नई दिल्ली : मुस्लिमो की राजनीति करने वाले यूपी के कद्दावर नेता आज़म खान अपने जिले की जनता की छाती पर बुलडोजर चलवाकर अपने निर्माणधीन स्कूल को सजाने और संवारने में लग गए हैं. जिसके चलते 47 गरीबों के घर गिरवाकर सूबे के नगर विकास मंत्री अपनी सरकार रहते ही अपने स्कूल का निर्माण कार्य पूरा कराने में लगे हैं.
गरीबों को किया घर से बेघर
सूत्रों के मुताबिक आजम खान के निर्माणधीन रामपुर पब्लिक स्कूल के आस-पास की जमीन को खाली कराने का निर्देश प्रशासन ने दिया है. इसके साथ ही यतीमखाने की नाकाबंदी भी कर दी गई है. यही नहीं शनिवार को सुबह के समय अवैध निर्माणों पर जेसीबी भी चला दी गई. अवैध निर्माण को तोड़ते वक्त कोई बवाल न हो, इसके लिए भारी संख्या में फोर्स तैनात की गई है.
यतीमखाने की जमीन पर बसे थे लोग
बताया जाता है कि रामपुर में जौहर विवि मार्ग के किनारे बसे मोहल्ला घोसियान में वक़्फ़ की ज़मीन पर यतीमखाना है. यहीं पर केबिनेट मंत्री आजम खान रामपुर पब्लिक स्कूल खोलने की तैयारी में हैं. जिसका भवन निर्माणाधीन है. ऐसे में बीते दिन पुलिस फोर्स की मौजूदगी के बीच प्रशासन ने 47 मकानों को तत्काल खाली करने के नोटिस चस्पा कराए थे.
चुनाव में कर सकती है जनता विरोध
गौरतलब है कि शुक्रवार शाम को 15-16 बाशिंदों पर वक्फ विभाग की टीम से मारपीट और अभि लेख फाड़ने के आरोप में शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया और शनिवार को दिन निकलते की जिलेभर की फ़ोर्स, पीएसी वहां पहुंच गई. उधर जाने वाले सभी रास्तों को सील कर दिया गया है. बहरहाल चुनाव से पहले अपने गृह जनपद में आज़म ने अपने ही चहेतों को घर से बाहर कर अपनी बगावत शुरू करा दी है. जिसका खामियाया उन्हें चार महीने बाद होने जा रहे विधानसभा में भुगतना पड़ सकता है.