लखनऊ : यूपी की राजधानी लखनऊ में मंगलवार को ठाकुरगंज इलाके में मारा गया ISIS का आतंकी सैफुल्ला खुरसान मॉड्यूल से जुड़ा हुआ जरूर था, लेकिन वह इस मॉड्यूल का अंपायर नहीं था. इस खेल का असली अंपायर तो कानपुर में रहने वाला जीएम खान है, जो एयरफोर्स में भी काम कर चुका है. बताया जाता है की ATS को पहले यही जानकारी मिली थी कि सैफुल्ला को सूबे की कमान सौंपी गयी है, लेकिन अब ATS को कुछ ऐसे पुख्ता सबूत मिले हैं, जिसमें इस बात का खुलासा हुआ है कि खान कानपुर से ISIS के इन गुर्गों को ऑपरेट कर रहा था. फिलहाल वह फरार है और उसकी धर-पकड़ के लिए कोशिश की जा रही है.
सैफुल्ला तो इस खेल का मोहरा था
सूत्रों के मुताबिक यूपी एटीएस ने लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके में कई घंटे की मुठभेड़ के बाद रात करीब 10 बजे आतंकी सैफुल्ला को मार गिराया. बताया जा रहा है कि वह आईएस के खुरसान मॉड्यूल से जुड़ा हुआ था. शुरुआती जानकारी में यह कहा जा रहा था कि वह यूपी के मॉड्यूल का सरगना है. मगर अब सामने आ रहा है कि वह तो महज मोहरा था. असली सरगना तो कानपुर का रहने वाला जीएम खान है. बताया जाता है कि जीएम खान की तलाश में कई स्थानों पर छापे मारे जा रहे हैं, लेकिन लखनऊ में सैफुल्ला की घेराबंदी की जानकारी मिलते ही खान फरार हो गया है. फिलहाल यूपी समेत कई स्थानों पर केंद्रीय गृहमंत्रालय से मिले आदेश के बाद राज्य के डीजीपी जावीद अहमद और गृह सचिव ने सार्वजनिक स्थानों समेत रेलवे स्टेशनों और बस स्टॉपों पर सुरक्षा बढ़ा दी है.
14 से 15 लोगाें का मॉड्यूल
यूपी एटीएस ने कॉल इंटरसेप्ट करने के बाद सैफुल्ला को उसके किराये के घर में ही घेर लिया था, जबकि कानपुर, इटावा से कुछ संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया था. इसके अलावा मध्य प्रदेश के पिपरिया में चलती बस से कानपुर निवासी दानिश अख्तर उर्फ जफर, आतिश और अलीगढ़ निवासी सैयद मीर हुसैन को पकड़ा गया. इनके पास ट्रेन के टिकट और ब्लास्ट के वीडियो मिले हैं. यूपी के डीजीपी जावीद अहमद ने बताया कि दानिश मॉड्यूल का सरगना है. 14 से 15 लोगाें का मॉड्यूल है. बताया जा रहा है कि मलिहाबाद निवासी बादशाह खान के मकान नें संदिग्धों ने खुुद को स्टूडेंट बताकर कमरा लिया था. बादशाह सऊदी में जरदोजी का काम करता है. उसने घर को किराए पर उठाने के लिए पड़ोस में रहने वाले कलीम और कय्यूम को कहा था.
बड़ी साजिश हुई नाकाम
यूपी एटीएस के आईजी असीम अरुण ने बताया कि आतंकियों के कमरे से आठ पिस्टल, 650 राउंड गोली, पासपोर्ट, गोल्ड, दो हजार के नए नोट सहित नकदी, बम, बम बनाने का सामान, आईएस का काला झंड़ा, सिम आदि मिला है. एटीएस के अधिकारी बता रहे हैं कि इतनी बड़ी तादात में मिला असलाहा संकेत दे रहा है कि वे बड़े हमले की तैयारी में थे. इस मॉड्यूल से जुड़े कुछ सदस्यों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि कई संदिग्धों को अभी गिरफ्तार किया जाना बाकी है. इसके बाद ही उनकी प्लानिंग का पता चल सकेगा.
ट्रेन में किए गए पाइप बम धमाके में शामिल था सैफुल्ला
उधर एनआईए की टीम मंगलवार को हुए ट्रेन विस्फोट की जांच करने और पकड़े गए आतंकियों से पूछताछ के लिए भोपाल आ चुकी है. गौरतलब है कि मंगलवार को मप्र की भोपाल-उज्जैन पैसेंजर ट्रेन में हुए धमाके के बाद खुफिया इनपुट पर कार्रवाई करते हुए यूपी एटीएस सैफुल्ला नाम के इस आतंकी तक पहुंच गई थी. बताया जा रहा है कि ट्रेन में किए गए पाइप बम के धमाके में भी यह शामिल था.