नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और सपा के बीच अमेठी-रायबरेली सीटों पर समझौता हो गया है. बताया जाता है कि 10 में से आठ सीटें कांग्रेस को देने पर सपा ने सहमति जता दी है. गौरतलब है कि पिछले बार यहां की 10 में से आठ सीटों पर सपा ने कब्जा जमाया था.
अमेठी सदर और ऊंचाहार की दो सीटें आईं
सपा के हिस्से में अमेठी सदर और ऊंचाहार की दो सीटें आईं तो कांग्रेस 8 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. सपा इन्हीं सीटों पर लड़ने पर अड़ी नजर आ रही थी लेकिन गठबंधन होने के बाद कांग्रेस इनमें से अधिकांश सीटों पर लड़ने की इच्छा जता चुकी थी, हालांकि इस मसले पर लगातार जारी गतिरोध के बाद दोनों पक्षों ने हाल में ही नरमी के संकेत दे दिये थे. मालूम हो कि संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में राहुल गांधी ने अखिलेश यादव की उपस्थिति में कहा था कि ये कोई गंभीर मतभेद नहीं है, मामले को आसानी से सुलझा लिया जाएगा.
अमेठी-रायबरेली कांग्रेस का गढ़
अमेठी राहुल गांधी और रायबरेली सोनिया गांधी का संसदीय क्षेत्र है. मौजूदा वक्त में अमेठी और रायबरेली की 10 में से 2 सीट कांग्रेस के पास है, जबकि 1 सीट पर पीस पार्टी का कब्जा है. पांचवे चरण में 11 जिलों की 52 सीटों पर चुनाव होने हैं. आज अधिसूचना जारी होते ही नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई. प्रत्याशी 9 फरवरी तक नामांकन कर सकते हैं. इन सीटों पर 27 फरवरी को मतदान होगा और 11 मार्च को वोटों की गिनती की जाएगी.
सपा की सूची में पहले से गायत्री का नाम
दिलचस्प बात है कि मुलायम सिंह और शिवपाल यादव की पहली सूची में अमेठी से गायत्री प्रसाद प्रजापति का ही नाम था, हालांकि उस वक्त पार्टी में झगड़े का दौर चल रहा था. सपा में सुलह होने के बाद मुलायम ने फिर अपने 38 समर्थकों की सूची अखिलेश को दी, जिसमें भी गायत्री प्रसाद प्रजापति का नाम था.