हिन्दू धर्म क्यो इस्लामिक आक्रांताओ के उपरांत भी जीवांत रहा ?
17 जनवरी 2020
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स्वामी विवेकानंद जी ने शिकागो धर्म-सम्मेलन में एक अत्यंत मुख्य बात इसी प्रश्न के संधर्भ में कही थी जो आज भी सजीव है | धर्म दो प्रकार से कार्यान्वित है एक स्थूल जो उसके अनुयायिओं द्वारा दृश्य होता है दूसरा जो सूक्ष्म रूप से उस स्थूल को दर्शन करवाकर दर्शित कर दृश्य बनाता है ; अब यहाँ दृश्य क्या है ? आज की वर्तमान हिन्दू जनसंख्या ; दर्शित क्या है ? वेद , उपनिषद , पुराण , सूत्र , भाष्य , रामायण , महाभारत इत्यादि प्रत्येक बुद्धिजीवी ने इन्हें अलग अलग प्रकार से अलग अलग आधार पर अलग अलग संज्ञाओं में कालसमय के अनुसार विभक्त किया गया व दर्शन क्या है ? सनातन प्राकृतिक भारतीय सभ्यता संस्कृति | भारत वर्तमान का भूभाग ना होकर पृथ्वी का भी समानार्थी शब्द रहा है |
अब इस्लामिक आक्रांताओ के अनेको आक्रमण व 1300 वर्षो के उत्पात के बाद भी हम पूर्णतः परिवर्तित नही हुई इसका मुख्य कारण दोनों ही है सूक्ष्म स्तर पर हमारी संस्कृति व सभ्यता से जुड़ी ऊर्जाएं व स्थूल रूप से वे वीर , वलिदानी , त्यागी , पुरुषार्थी , कर्मयोगी , ज्ञानयोगी , ध्यानयोगी , भक्तियोगी जिन्होंने अपने कर्तव्य निष्काम कर्मो से इस धरा को हर परिस्तिथि में सजीव व क्रियाशील किसी ना किसी रूप में रखा व वे लाखो-करोड़ो जनसामान्य जनमानस जिन्होंने इस्लाम ना कुबूल कर अपने व अपने प्रियजनों के प्राणों की आहुति प्रदान की |
इस आहुति को ज्वलित रखिये !