एडेराॅल यूज़ इन हिन्दी एडेराॅल दवा का उपयोग एडीएचडी के इलाज के लिए किया जाता है। यह मस्तिष्क में कुछ प्राकृतिक पदार्थों की मात्रा को बदलकर काम करता है। यह आपकी ध्यान देने की क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकता है, एक गतिविधि पर ध्यान केंद्रित किया जा सकता है, और व्यवहार की समस्याओं को नियंत्रित कर सकता
अक्सर आपको तेजी के साथ ठंड लगने लगती है तो यह हाइपोथर्मिया का लक्षण हो सकता है यह रोग अधिकतर कम उम्र के बच्चों और बूढ़ों में पाया जाता है जिनके शरीर का तापमान तेजी से गिरने के कारण उन्हें ठंड का अनुभव होता है। हाइपोथर्मिया होने का एक कारण शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता का कम होना भी पाया जाता है। आज
आजकल के भागदौड़ भरी जिदंगी में मनुष्य अपने काम में इतना व्यस्त हो गया है कि उसे अपने स्वास्थ्य का परवाह ही नहीं रहा है। शरीर के अंगों में सबसे महत्वपूर्ण भाग आंख है जिसके द्वारा हम पूरी दुनिया को देख सकते
इस दवा का उपयोग मध्यम से गंभीर दर्द से राहत पाने के लिए किया जाता है। इसके संयोजन में एक ओपिओइड (नारकोटिक) दर्द निवारक (हाइड्रोकोडोन) और एक गैर-ओपियोड दर्द निवारक एसिटामिनोफेन शामिल है। हाइड्रोकोडोन मस्तिष्क में दर्द के प्रतिक्रिया को महसूस करता है। एसिटामिनोफेन का संयोजन बुखार से राहत पाने के लिए क
भारत में व्यस्तता भरे जीवनशैली में बाहरी खान-पान के कारण कई सारे रोग हो जाते है जिसमें से एक है गुर्दे की पथरी। इस रोग के हो जाने पर यह बहुत असहनीय दर्द देता है। देश में इसके मरीजों की संख्या में काफी बढ़ोत्तरी हो रही है जिसमें प्रमुख कारण गलत खान-पान है। गुर्दे की पथ
जब शरीर के जोड़ो में दर्द होता है तो उसे जोड़ों का दर्द (Jodo Ka Dard ) कहा जाता है। अक्सर बढ़ती उम्र के लोगों में इसकी शिकायत पाई जाता है। इसे संधि शोथ भी कहा जाता है। जोड़ों में दर्द उठने के कई कारण हो सकते है जैसे- चोट लगने से,संक्रमण के कारण, या फिर अर्थराइटिस के कारण (हड्डियों में कमजोरी) के का
आजकल पुरुषों की भागदौड़ भरी जिंदगी में वह अपने शारीरिक स्वास्थ्य के बारें ध्यान बहुत कम रख पाता है जिस कारण वह तमाम प्रकार की बीमारियों से घिर जाता है। चिंता,थकान,अवसाद और मानसिक तनाव के कारण वह अपने दांपत्य जीवन का भरपूर आनंद भी नहीं ले पाता है। सेक्स की समस्या से जूझ रहे पुरुषों में एक गंभीर समस्य
आंखों में दर्द होना आजकल एक आम समस्या बन चुकी है। आंखों में दर्द का मतलब आंखों में जलन,सूजन, लालिमा के कारण दर्द,आंखों का गड़ना, फड़कने के कारण होने वाला दर्द शामिल है। कई बार किन्हीं और कारणों से भी आंखों में दर्द उठ सकता है। तेज सिरदर्द, दांत दर्द और वायु प्रदूषण के कारण भी यह हो सकता है। अगर दर्द
आज के भाग-दौड़ भरी जिंदगी में पुरुष अपनेस्वास्थ्य का उचित देखभाल नहीं रख पाते है जिस कारण उन्हें तमाम बीमारियां घेरलेती है। इन्हीं में से एक है पुरुषों में सेक्स की समस्या जिसके होने पर पुरूष अपने दांपत्य जीवन में खुश नहीं रह पाता है औरकई बार तो समस्याएं काफी बढ़ जाती
आजकल की भागदौड़ भरी जिदंगी में मनुष्य अपने खान-पान का ठीक तौर से ध्यान नहीं रख पाता है जिस कारण वह बाहरी व फास्ट फूड का सेवन करता है जिसमें खराब तेल और गुणवत्ता की कमी होती है और मानव इस मोटापा नामक बीमारी से ग्रसित हो जाता है। मोटापा में शरीर में अधिक मात्रा में वसा
टाइफाइड बुखार साल्मोनेला टाइफी नामक बैक्टीरिया से फैलने वाली एक गंभीर बीमारी है। भारत में टायफाइड को मियादीबुखार,मोतीझारा और आंत्र ज्वर के नाम से भी जाना जाता है। यह बैक्टीरिया से संक्रमित भोजन और पानी के सेवन से होता है। टाइफाइड का जीवाणु मनुष्यों के आंतो और रक्तप्रवाह में संचरण करता है। यह संक्रमि
कमर दर्द होना एक आम बात सी हो गई है ज्यादातर लोग इस बारें ध्यान नहीं देते है लेकिन यह बीमारी कुछ समय बाद गंभीर रुप धारण कर सकती है। ज्यादातर कमर दर्द कुछ हफ्तों में ठीक हो जाता है। कमरदर्द में पीठ में दर्द,खिंचाव या अकड़न महसूस होती है। कई बार कमर में दर्द कुछ भारी वस्तुओँ के उठाने के कारण या झुककर
लोगों में दांत दर्द का होना स्वाभाविक लक्षण है हर किसी व्यक्ति को उनके जीवनकाल में एक बार तो इस दांत दर्द की परेशानी से गुजरना पड़ता है। दांत में दर्द होने के कई कारण हो सकते है कभी दांतों में कीड़े लग जाने के कभी दांतो के निकलते और उखड़ते समय दर्द की अनुभूति हो सकती
माइग्रेन से पीड़ित रोगियों के सिर के किसी भी भाग में बहुत तेजी के साथ दर्द उठता है और यह दर्द इतने अचानक से होता है कि पीड़ित व्यक्ति इसके लिेए तैयार नहीं हो पाता है। इसमें ज्यादातर एक ही तरफ दर्द होता है जिस कारण इसे अधकपारी भी कहते है। अगर कोई व्यक्ति लंबे समय से किसी भी प्रकार के तनाव और चिंता से
गठिया रोग एक प्रकार से जोड़ो की सूजन होती है इस रोग से पीड़ित व्यक्ति को शरीर के किसी भी जोड़ पर दर्द का अनुभव हो सकता है और यह एक से अधिक स्थानों को प्रभावित कर सकती है।जब हड्डियों के जोड़ो में यूरिक एसिड जमा हो जाता है तो वह गठिया का रुप धारण कर लेती है।गठिया रोग क
दमा के रोगियों को सांस लेने में तकलीफ का सामना करना पड़ता है। दमा रोग में श्वास नलिकाओं में सूजन और विकार आ जाता है जिस कारण नलिका सिकुड़ जाती है और इसके वजह से फेफड़ो में सूजन हो जाती है और कफ जम जाता है। दमा का ठीक समय पर इलाज ना करवाने से यह बहुत गंभीर समस्या बन जाती
कुष्ठ रोग एक संक्रामक बीमारी है। यह एक दीर्घकाल अवधि तक रह सकती है। कुष्ठ रोग बीमारी के लक्षणों और प्रभावों के बारे में अज्ञानता के कारण लोगों में गलत आशंका भी है। इस बीमारी से पीड़ित रोगियों का बिना देखभाल किए अलग और अकेला छोड़ देते है वे खुद को भेदभाव के कारण काफी हीनता महसूस करते हैं। ऐसा नहीं है
आज के समय भाग-दौड़ भरी जिदंगी मेंलोगों के पास शारीरिक फिटनेस के लिए समय नहीं बच पाता है ऐसे में लोगों को बहुतसारी बीमारी घेर लेती है जिससे कि उनका जीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है। हालांकि कीकुछ लोग ऐसे भी है जो अपने शरीर की फिटनेस को लेकर काफी चिंतित रहते है और उनके मनमें ये सवाल रहता है कि आखिर दिन के
सफेद दाग एक त्वचा रोग है इस रोग से पीड़ित रोगियों के शरीर में अलग-अलग जगहों पर विभिन्न प्रकार के सफेद दाग आ जाते हैं। पूरा विश्व इस सफेद दाग के रोग से प्रभावित है जिसमें भारत में रोगियों की संख्या काफी अधिक है। सफेद दाग रोग इसलिए होता है कि क्योंकि त्वचा में वर्णक (रं
ठंडे पेय पदार्थों का नाम सुनते ही भारतीयों के चहेरे पर एक अलग सी मुस्कान आ जाती है और खासकर गर्मियों में बात हो तो सभी इसे पीना पंसद करते है। कोल्ड ड्रिंक अगर गर्मियों के