जंगल के राजा ‘शेर’ का सभा कक्ष .... मंत्री (सियार) : महाराज शहरों में आतंकमचाने के उपरांत ‘कोरोना’ नामक वायरस ने जंगल में भी अपने तम्बू गाड़ दिये है ।राजा (शेर) : इसका क्या प्रमाण है आपकेपास मंत्रीजी ! यह कोरी अपवाह है. मुझे नहीं लगता कि जंगल का कोई प्राणी, उन पथरीले औ
COVID-19 महामारी, जिसे कोरोना वायरस महामारी (corona virus epidemic) नाम से जाना जाता है इसकी शुरुआत चीन के वुहान शहर से हुई थी जहाँ दिसंबर 2019 में इसको पहचाना गया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 30 जनवरी को इसे सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल (Public Health Emergency)
COVID-19 संकटके दौरान, दुनियाभर में घरसे हजारों लोगकाम कर रहेहैं। COVID-19 (कोरोनावायरस) प्रकोप की यहअवधि कर्मचारियों औरनियोक्ताओं दोनों के लिएवर्ष 2020 का सबसेखराब समय है।चूंकि बड़ी संख्यामें कर्मचारी घरसे काम कररहे हैं, इसलिएबड़े पैमाने परडेटा लीक होनेकी संभावना है।नीचे कुछ उपयोगीसुझाव दिए गएहैं -
करो ना कुछ, रोको करोना को, ताली बजा ली थाली बजा ली,अब तो दिया बाती भी जला ली, पर रुका ना कोप इसका है, बात ना बढ़ जाए कही आगे, कुछ करो ना, रोको करोना को. बाते करने से जंगे जीती नहीं जाती, तीर और तलवार से लड़ना पड़ता है. (आलिम)
आज जब देश के हालात खराब हो गये कि लोगों को लोगों से ही खतरा है, ऐसी परिस्तिथि मे सभी लोगों को एक जुट होके इस कोरोना कि समस्या का हल निकालना चाहिए , घर पे रहो , कुछ दिन, या जहाँ हो वहीं ठेहर जाओ..
करोना तूफान है तो सोशल मीडिया सुनामी!बात का बतंगढ़ बनाना तो कोई इनसे सीखें..दुनिया के साढ़े छै: हजार से ज्यादा लोगों को खाकर भी करोना का दिल नहीं भरा! भारत ने कई मुसीबतों का सामना किया..... लेकिन अब भी दम है!एम.ए.जोसेफहम भारतवासी जिस मिटठी के बने हैं वह अद्भुत है. हममें प्रतिरोधक शक्ति है. हममें सब