राज्यसभा
(राजा, मन्त्री और नौकर लोग यथास्थान स्थित हैं)
1 सेवक : (चिल्लाकर) पान खाइए महाराज।
राजा : (पीनक से चैंक घबड़ाकर उठता है) क्या? सुपनखा आई ए महाराज। (भागता है)।
मन्त्री : (राजा का हाथ पकड़कर) नहीं नहीं, यह कहता है कि पान खाइए महाराज।
राजा : दुष्ट लुच्चा पाजी! नाहक हमको डरा दिया। मन्त्री इसको सौ कोडे लगैं।
मन्त्री : महाराज! इसका क्या दोष है? न तमोली पान लगाकर देता, न यह पुकारता।
राजा : अच्छा, तमोली को दो सौ कोड़े लगैं।
मन्त्री : पर महाराज, आप पान खाइए सुन कर थोडे ही डरे हैं, आप तो सुपनखा के नाम से डरे हैं, सुपनखा की सजा हो।
राजा : (घबड़ाकर) फिर वही नाम? मन्त्री तुम बड़े खराब आदमी हो। हम रानी से कह देंगे कि मन्त्री बेर बेर तुमको सौत बुलाने चाहता है। नौकर! नौकर! शराब।
2 नौकर : (एक सुराही में से एक गिलास में शराब उझल कर देता है।) लीजिए महाराज। पीजिए महाराज।
राजा : (मुँह बनाकर पीता है) और दे।
(नेपथ्य में-दुहाई है दुहाई-का शब्द होता है।)
कौन चिल्लाता है-पकड़ लाओ
(दो नौकर एक फरियादी को पकड़ लाते हैं)
फ: दोहाई है महाराज दोहाई है। हमारआ न्याव होय।
राजा: (नौकर से) कल्लू बनिया की दीवार गिर पड़ी सो मेरी बकरी उसके नीचे दब गई। दोहाई है महाराज न्याय हो।
मन्त्री; महाराज, दीवार नहीं लाई जा सकती।
राजा: अच्छा, उसका भाई, लड़का, दोस्तष आशना जो हो उसको पकड़ लाओ।
मन्त्री: महाराज! दीवार ईंट चूने की होती है, उसको भाई बेटा नहीं होता।
राजा: अच्छा कल्लू बनिये को पकड़े लाओ।
(नौकर लोग दौड़कर बाहर से बनिए को पकड़ लाते हैं) क्यों बे बनिए! इसकी लरकी,नहीं बरकी क्यों दबकर मर गई?
मन्त्री: बरकी नहीं महाराज, बकरी।
राजा: हां हां, बकरी क्य़ों मर गई- बोल,नहीं तो अभी फांसी देता हूं।
कल्लू; महाराज! मेरा कुछ दोष नहीं है। कारईगर ने ऐसी दीवार बनाया कि गिर पड़ी।
राजा: अच्छा, इस मल्लू को छोड़ दो, कारीगर को पकड़ लाओ। (कल्लू जाता है, लोग कारीगर को पकड़ लाते हैं।) क्यों बे कारीगर! इसकी बकरई किस तरह मर गई?
कारीगर: महाराज, मेरा कुछ कसूर नहीं है, चूनेवाले ने ऐसा बोदा बनाया कि दीवार गिर गई।
राजा: अच्छा, इस कारीगर को बुलाो, नहीं नहीं निकालो, उस चूनेवाले को बुलाओ।
(कारीगर निकाला जाता है, चूनेवाला पकड़कर लाया जाता है) क्यों बे खैर सुपाड़ी चूनेवाले! इसकी कुबरी कैसे मर गई?
चूनेवाला: महाराज, मेरा कोई दोष नहीं है, भिश्ती ने चूने में पानी ढेर सारा मिला दिया था। इसी से चूना कमजोर हो गया।