फिर से स्त्रियों का अपमान किया गया । मणिपुर के बाद मालदा। यहाँ पर तो सरकार की मुखिया खुद एक स्त्री हैं। एक तो स्त्री ऊपर से आदिवासी महिलाएं। इतनी कमजोर महिलाओं के ऊपर अपना जोर दिखाने का क्या मतलब। महिलाओं को न सिर्फ पीटा गया बल्कि उनको अर्ध नग्न करके घुमाया भी गया। उन महिलाओं पर चोरी का आरोप लगाया गया था। अत्याचार की इन्तेहाँ तो देखिये कि बाद में उन्हें गिरफ्तार भी कर लिया गया। हे प्रभु, मेरे देश की महिलाओं की रक्षा करिए।
बच्चों से गलती हो जाती है
हे हे ही ही करके हँसना,
ये मर्दों का प्रदेश है
फिर एक महिला का भी
हे हे ही ही करके हँसना।
सच तो ये है कि
ये स्त्री का संघर्ष मंद हो
उसका एक षड्यंत्र है ।
उन्हें कब पसंद आया कि
एक स्त्री सिर्फ
अर्धांग्नी के दिखावी शब्दों से
हटकर आगे बढ़े ,
कोई स्त्री सही मायनों में
आगे बढ़े।