तेरे लिए मेरे दिल में बहुत अरमान भरे हैं
तूने जो मारे हैं खंजर उसके निशान भरे हैं
लोगों से जो कहते हैं देते नहीं कभी तोहफे
चल कर देखिए जनाब इन के लिए मकान भरे हैं
कहते हैं तुम अकेले हो नहीं साथ कोई
इन दुश्मनों के महफिल में भी मेरे मेहमान भरे हैं
आखिर जमाने ने जीना सिखा ही दिया
जिधर देखता हूं उधर ही कदरदान भरे हैं
कौन कहता है अच्छे बुरे लोग एक साथ नहीं रहते
शैतानों की टोली में भी इंसान भरे हैं
उजाले को भी कभी अंधेरा करके देख मनोज
दिन में भी सितारों से आसमान भरे
तेरे लिए मेरे दिल में बहुत अरमान भरे हैं
तूने जो मारे हैं खंजर उसके निशान भरे हैं