जज़्बात को कागज पर उकेरा है। अंधेरी रात के बाद आया नया सवेरा है।। काव्य भारती कविताओं का संग्रह है, जिनमें जीवन के अलग-अलग पहलुओं को कविताओं के माध्यम से व्यक्त किया है। कई मुद्दे जैसे गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी, कोरोना काल के हालात आदि का वर्णन किया है। कहीं आजकल के रिश्तों के बिखराव का राग छेड़ा है, तो कहीं औरत के मन के तारों को झकझोरा है। कहीं अपनों की यादों को संजोया है, तो कहीं हरि भक्ति का बीज बोया है। कहीं सत्कर्म, आध्यात्मिकता से जोड़ा है, तो कहीं कलम को चलते रहने के लिए बोला है। काव्य भारती मेरे जीवन की पहली किताब है। खुद को लेखिका के रूप में देखने के सपने की ओर बढ़ता हुआ पहला कदम है। उम्मीद है आप सभी को मेरा यह पहला प्रयास पसंद आएगा। 😊
204 फ़ॉलोअर्स
16 किताबें