नेहरू जी की जितनी भी तस्वीर देख ले, ज्यादा तर फोटो में आप देखेंगे की अचकन पर गुलाब लगा रहता है | एक लाल गुलाब | आखिर ऐसा क्यों ? क्यों नेहरू जी को लाल गुलाब से इतना लगाव था ? उतना लगाव इतना गहरा था की इतिहासकार बताते है की इंदिरा गाँधी की दिनचर्या का एक अहम् काम था, अपने पिताजी के लिए बाघ से सबसे गहरा लाल गुलाब तोड़ना | अब आपने मन में यह सवाल उठ रहा होगा की नेहरू जी तो लाल ग्लब से इतना प्रेम क्यों था तो आज हमने इस सवाल का जवाब आपके लिए ढून्ढ लिया है |
1. सबसे पहले एक बच्ची ने चाचा नेहरू के कोर्ट पर गुलाब लगाया था |
अगर तथ्यों की माने तो सबसे पहले 1938 के में एक जैसे के दौरान एक बच्ची ने चाचा नेहरू की कोर्ट में लाल गुलाब लगाया था | और चाचा नेहरू को बच्चों से बहुत लगाव था तो उन्होंने उस गुलाब को लगाना शुरू कर दिया | ऐसा भी कहा जाता है कि चाचा नेहरू ने बच्चों और लाल गुलाब की तुलना की और कहा कि बच्चे बगिया की कलियों के जैसे ही होते हैं. उन्हें प्रेम से, स्नेह से बड़ा करना पड़ता है क्योंकि वे ही देश का भविष्य होते हैं |
2. स्वर्गवासी पत्नी की याद में लगाते थे लाल गुलाब
M.G.Agarwal की किताब Freedom Fighters of India भाग-2 के अनुसार नेहरू जी ने अपनी स्वर्गवासी पत्नी के सम्मान में लाल गुलाब लगाना शुरू किया |
3. साक्षात्कारों में सवाल का दिया अलग-अलग जवाब
बहुत से साक्षात्कारों में जब नेहरू जी से लाल गुलाब लगाने का कारण पूछा गया | पर अलग अलग साक्षात्कारों में नेहरू जी अलग अलग जवाब देते थे |
'The Ladies Home Journal' के सह-संपादक Bruce और Beatrice Gould को दिए इंटरव्यू में नेहरू जी ने कहा कि लाल गुलाब 'चंचलता' का सूचक है | गंभीर मसलों के बीच हल्की चीज़ें भी याद करना ज़रूरी है |
वहीँ राम नारायण चौधरी को दिए इंटर्व्यू में उन्होंने कहा कि वो ऐसे ही लाल गुलाब लगाते हैं |