सोमवार को भारतीय सेना की कार्रवाई में 13 आतंकियों के मारे जाने के बाद पाकिस्तानी क्रिकेटर शाहिद अफरीदी ने भारत की आलोचना की थी। उन्होंने कहा था कि भारतीय फौज निर्दोषों को मौत के घाट उतार रही है।
मंगलवार को अफरीदी ने ट्वीट कर कहा था कि भारतीय प्रशासित कश्मीर में जो कुछ हो रहा है, वो चिंताजनक है। ऐसे लोगों को निशाना बनाया जा रहा है कि जो अपने हक की बात कर रहे हैं। आश्चर्य की बात है कि आखिर संयुक्त राष्ट्र और दूसरी अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां क्या कर रही हैं।
फरीदी के ट्वीट के बाद बीएसएफ के डीजी के के शर्मा ने करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि 1971 की करारी हार को पाकिस्तान आज तक भूल नहीं पाया है। इसलिए कश्मीर में वो खलल डालता रहता है। नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान उकसाने वाली कार्रवाई करता है जिसका मकसद घुसपैठियों को घाटी में दाखिल कराना होता है। भारत को अशांत करने की नीति पाकिस्तान की घोषित नीति है। पाकिस्तान ने खालिस्तान के रूप में पहली कोशिश की थी और उसमें वो नाकाम रहे। अब वो कश्मीर को अशांत करने की कोशिश में जुटे हैं। लेकिन उनकी नाकामी तय है।
कश्मीर को लेकर भारत के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने वाले पाकिस्तानी ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी को चौतरफा हमला झेलना पड़ रहा है। गौतम गंभीर के बाद अब टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने भी उनके बयान की निंदा की है।
कोहली ने कहा कि देश के साथ खड़े रहना प्राथमिकता होनी चाहिए।विराट कोहली ने कहा, 'एक भारतीय के रूप में आप यह व्यक्त करना चाहते हैं जो आपके देश के लिएअच्छा हो और मेरी रुचि हमेशा हमारे देश के भले के लिए होती है। यदि कोई भी इसका विरोध करता है, तो मैं इसका कभी भी समर्थन नहीं करुंगा।' उन्होंने कहा, 'सबका व्यक्तिगत मामला है कि कौन किस मामले पर वह क्या बोलता है। जब तक मुझे मामले की पूरी जानकारी नहीं है मैं इसमें शामिल नहीं होऊंगा, लेकिन निश्चित रूप से आपकी प्राथमिकता अपने देश के साथ खड़े रहने की होनी चाहिए।'