हैलीकॉप्टर पैरेंटिंग कई लोगों के लिए नया शब्द हो सकता है लेकिन पैरेंटिंग वर्ल्ड में ये नया नहीं है. लगभग एक दशक से ये शब्द खासकर पैरेंटिंग की दुनिया में काफी पॉपुलर है. लेकिन अगर आप भी हेलीकॉप्टर पैरेंटिंग के बारे में नहीं जानते हैं तो आपको बता दें कि 'हेलीकॉप्टर पैरेंट' उन विवाहित कपल को कहा जाता है जो अपने बच्चों की जिंदगी में अधिक तांक झांक करते हैं या शामिल होते हैं.
चाहे बच्चे स्कूल से कॉलेज में चले जाएं या फिर जॉब ही क्यों ना करने लगें. पैरेंट्स अपने बच्चों को लेकर अधिक सुरक्षात्मक महसूस करते हैं और एक लिमिट के बाद भी बच्चों की जिंदगी में दखलअंदाजी करते हैं. आप भी इन लक्षण को देखिए और खुद ही फैसला कीजिए कि कहीं आप भी हेलीकॉप्टर पैरेंट तो नहीं बन गए हैं या बनने की राह पर हैं.
हमेशा बच्चों के साथ
क्या आप भी हर छोटे बड़े फंक्शन में बच्चों के साथ जाती हैं? क्या जब वो अपने दोस्तों के साथ आउटिंग पर जाते हैं तब भी आप उनके साथ जाती हैं? क्या आप भी बच्चों के ट्रिप पर भी उनके साथ जाना चाहती हैं? अगर आप भी ये सब अपने बच्चों के साथ करती हैं तो इसमें कोई शक नहीं है कि आप भी हेलीकॉप्टर पैरेंटिंग में विश्वास करती हैं.
बच्चों की लड़ाई में शामिल
बच्चों के बीच लड़ाई होना आम बात है लेकिन आप भी बच्चों की लड़ाई में स्पोक्सपर्सन बन जाती हैं. क्या उनकी लड़ाई में आप शामिल होती हैं और उनकी तरफ से बोलती हैं या उनकी जगह झगड़ा निपटाने की कोशिश करते हैं. क्या भी चाहती हैं कि उनके मामलों को आप सुलझाएं. अगर ऐसा है तो आप भी जितनी जल्दी हो सके सचेत हो जाएं.
होमवर्क करें
अगर आप भी बच्चों के वर्कलोड को मैनेज करने की कोशिश करती हैं. क्या आप भी उनके होमवर्क से लेकर कोरियोग्राफी तक में उनकी काम बांटने की कोशिश करते हैं. उनके हर प्रोजेक्ट में आप उनका साथ देती हैं. लेकिन अगर आप ऐसा करती हैं तो आप उनकी मदद नहीं कर रहीं बल्कि उनकी जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रही हैं. ऐसा कर के आप उनकी असली कार्य क्षमता को नहीं आजमा रही हैं.
टीचर के साथ फाइट
क्या आप भी बच्चों के टीचर से अक्सर मिलते रहती हैं और उनसे हर दिन की अपडेट की डिमांड करती हैं.अपने बच्चों के शिक्षकों से संपर्क में रहना अच्छी बात होती है लेकिन उनके साथ हर चीज पर चर्चा करना सही नहीं होता है. जैसे कई पैरेंट्स होते हैं जो बच्चों के खराब ग्रेड्स या मार्क्स आने पर शिक्षकों से इसके लिए बहस या लड़ाई कर लेती हैं. अगर ऐसा है तो आप हेलीकॉप्टर पैरेंट हैं.
बच्चों की मदद
क्या आपका बच्चा आपसे हर छोटी से छोटी चीज के लिए मदद मांगता है. क्या वो अपनी जिंदगी के हर छोटे बड़े फैसले के लिए आप पर निर्भर है. जैसे वो जरूरत से अधिक आप पर निर्भर हैं. वो एक दोस्त बनाने से पहले भी आपका परमिशन लेते हैं. अगर ऐसा है तो आपको अपनी ये आदत सुधारने की जरूरत है. आपको उन्हें धीरे-धीरे खुद पर निर्भर होना सिखाना चाहिए.
बच्चों को नहीं आता कोई काम
क्या आप भी अपने टीनएज बच्चों का बेड ठीक करती हैं और रूम व्यवस्थित करती हैं. क्या आप अपने कॉलेज जाने वाले बच्चों की लॉन्ड्री भी खिद करती हैं. अगर ऐसा है तो आप हेलीकॉप्टर पैरेंट हैं. अपने बच्चों को आत्मनिर्भर बनाएं और जितना हो सके उन्हें अपनी जिम्मेदारी खुद लेना सिखाएं.