आज भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) देश की सबसे बड़ी पार्टी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह जोर-शोर से पार्टी के प्रचार-प्रसार में लगे हैं. लेकिन कर्नाटक, मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के चुनाव यह सुनिश्चित कर पाएंगे कि पार्टी कहां तक अपना विस्तार कर पाई है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल को लगता है कि कर्नाटक में मोदी की हार होगी. जबकि राहुल को अभी अपने पार्टी की स्थिति मजबूत करने की कोशिश करनी चाहिए. अमित शाह, अरुण जेटली, नितिन गडकरी के साथ मोदी का करिश्मा अपने विपक्षियों पर भारी पड़ने वाला है. पुराने साथी चंद्रबाबू नायडू भी इस लिस्ट में शामिल हैं. नायडू का NDA से अलग होना पार्टी को कमजोर कर सकता है. ये हैं भारतीय राजनीति के दस ताकतवर चेहरे-
#1 नरेंद्र मोदी (उम्र- 67)
पद- भारत के प्रधानमंत्री
वजह- इनकी लोकप्रियता और चुनावों में लगातार जीत. इनकी यही क्षमता कांग्रेस जैसी बड़ी पार्टी के लिए ही नहीं बल्कि दूसरी क्षेत्रीय पार्टियों के लिए भी ख़तरा बनी हुई है. लगभग डेढ़ साल लम्बे कठिनआर्थिक हालात से गुजरने के बाद भी इनकी सरकार देश की आर्थिक स्थिति को पटरी पर लाने में सफल रही.अमरीका से लेकर रूस तक, मिडिल ईस्ट से साऊथ ईस्ट एशिया तक इन्होंने अपनीअंतर्राष्ट्रीय पहचान कायम रखी.
ख़ास बात- इन्होंने बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर पर जानकारियां इकठ्ठी करने के लिए एक पूरी टीम बहाल कर डाली. हाल ही में बाबासाहेब के जीवन और विचारों पर इनकी किताब का लोकार्पण हुआ है.
#2 अमित शाह (उम्र- 53)
पद- अध्यक्ष, भारतीय जनता पार्टी
वजह- भारतीय जनता पार्टी के रणनीतिकार.पार्टी की लगातार जीत की सबसे जरूरी वजह.सभी प्रशासनिक व राजनीतिक मामलों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विश्वासपात्र.
ख़ास बात- ये दुनिया के चाहे जिस भी कोने में रहें दिन में एक बार अपनी पत्नी सोनल और बेटे जय से जरूर बात करते हैं.
#3 अरुण जेटली (उम्र- 65)
पद- वित्त मंत्री, भारत सरकार
वजह- नोट बंदी से लेकर जीएसटी (GST) जैसे सभी बड़े आर्थिक निर्णयों से जुड़े परिणामों की पूरी जिम्मेवारी. बैंकों के दिवालिएपन (बैंकरप्सी) से सम्बंधित उनके संसोधन उद्योग और बैंकों के आपसी संबंधों में बड़े बदलाव किए.
ख़ास बात- मनमोहन सिंह को बेहतर वित्तमंत्री मानते हैं. इनका कहना है कि प्रणब मुखर्जी एक रुढ़िवादी वित्तमत्री थे.
#4 मोहन भागवत (उम्र- 67)
पद – सरसंघचालक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ
वजह- भारत की सबसे बड़ी सांस्कृतिक संस्था के मुखिया. इनके नेतृत्व में संघ ने देश की बौद्धिक-सामाजिक तबके और सभी महत्वपूर्ण पदों पर अपनी पैठ बनाई.
ख़ास बात-संस्था के प्रचार के लिए ये लागातार बड़ी कंपनियों के CEO और विदेशी राजदूतों के संपर्क में रहते हैं.
#5 सोनिया गांधी (71), राहुल गाँधी (47)
पद- यूपीए (UPA) अध्यक्ष, कांग्रेस अध्यक्ष
वजह- मां-बेटे दोनों सभी विपक्षी दलों को एकजुट करने में लगे रहे. राहुल गांधी धीरे-धीरे कांग्रेस को अपने तरीके से चलाने की कोशिश कर रहे हैं.
ख़ास बात- Mille Feuille (फ्रेंच मिठाई) सोनिया की पसंदीदा मिठाई है. जबकि राहुल को मोमोज़ बेहद पसंद हैं.
#6 ममता बैनर्जी (उम्र- 63)
पद- मुख्यमंत्री, पश्चिम बंगाल
वजह- एकजुट विपक्ष के केंद्रीय भूमिका, सिंगुर-नंदीग्राम जैसे गंभीर मसलों को सुलझाया. ग्लोबल बिजनेस सम्मिट से बंगाल को ‘सुपर से ऊपर’ और ‘बेस्ट बंगाल’ का खिताब दिलवाया. इनके द्वारा शुरू किए गए कन्याश्री योजना को यूएन पब्लिक सर्विस सम्मान मिला.
ख़ास बात- रविन्द्रनाथ टैगोर की दो किताबें ‘गीताबितान’ और ‘संचयिता’ हमेशा अपने साथ रखती हैं. उर्दू और औल्चिकी लिपि में किताबें भी लिखी हैं.
#7 नितिन गडकरी (उम्र- 60)
पद- सड़क परिवहन, राजमार्ग, जहाज व जल संसाधन मंत्री, भारत सरकार
वजह- चार साल बीत जाने के बाद भी नरेंद्र मोदी मंत्रीमंडल का सबसे प्रभावशाली मंत्री. इनके कार्यकाल में नेशनल हाइवे अथोरिटी ऑफ़ इंडिया ने 4’400 से आगे बढकर 9,829 किलोमीटर तक पहुँच गई है. पार्टी और पार्टी के बाहर भी अच्छे संबंध
ख़ास बात- जल्द ही ये मराठी रेस्टोरेन्ट खोलने वाले हैं.
#8 राम माधव (उम्र- 53)
पद- राष्ट्रीय महासचिव, भाजपा
वजह- नॉर्थ ईस्ट और कश्मीर जैसे संवेदनशील राज्यों में भाजपा के संकटमोचन की भूमिका में.भारत के साथ नेपाल, श्रीलंका के अलावा अमेरिका और रूस जैसे शक्तिशाली देशों के साथ ग़ैर-प्रशासनिक व कूटनीतिक मामलों में शामिल.भाजपा और संघ के बीच की प्रमुख कड़ी. दक्षिणपंथी बौद्धिकों से जुड़े थिंक-टैंक इंडिया फाउंडेशन का संचालन.
ख़ास बात- इन्हें नॉन-फिक्शन पढ़ने का शौक है. अपनी हवाई यात्रा ओं के दौरान भी ये कॉलम लिखा करते हैं.
#9 एन. चंद्राबाबू नायडू (उम्र- 67)
पद- मुख्यमंत्री, आंध्रप्रदेश
वजह- आंध्रप्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा न दिए जाने के मुद्दे पर एनडीए से विरोध हुआ. तकनीक के अच्छे जानकार,
ख़ास बात- सबसे ज्यादा हवाई यात्रा करने वाले मुख्यमंत्री होने के बावज़ूद ये ‘एयर इन्डिया’ में यात्रा करने से बचते हैं.
#10 हिमांता बिस्वा सरमा (उम्र- 49)
पद- वित्त, स्वास्थ्य , शिक्षा और पर्यटन मंत्री, असम, कन्वेनर- नेडा (NEDA)
वजह- नॉर्थ ईस्ट के छः राज्यों के जीत की वजह. नॉर्थ ईस्ट से सम्बंधित हर मसले पर पार्टी इनकी बात ही मानती है.
ख़ास बात- बहुत छोटी उम्र से ही संघ की शाखा के सदस्य. ज्योतिषशास्त्र के जानकार