💐दशहरा मनाये💐
आओ हम सब दशहरा मनाये
रावण से दुर्गुणों को दूर भगाये
राम से सद्गुण स्वंय में जगाये
सद्गुणों से ये वसुंधरा महकाये।
जाति-पाति की विष बेलों को
जड़ से काटें,समरसता की गंग बहाये
हर शबरी को दे यथोचित सम्मान
शबरी के राम का आदर्श अपनाये
नारी 'पूज्या' आधार जगत का
पल-पल उसका सम्मान बचाये
सभ्य समाज में न हो कोई "निर्भया"
स्व रावण को मार स्वंय में राम जगाये
अहंकार, बल-बुद्धि-विद्या पर भारी
दशानन के विनाश से ये शिक्षा पाये
परनारी पर कुदृष्टि का होता कुफल
जला कर रावण ये बात समझाये
"रावण" मद, लोभ,अनाचार,का प्रतीक
आत्मविवेक के शर से इसको मार गिराये
स्व में प्रेम,सदभाव, मर्यादा के राम को जगाये
राम आचरण उतार जीवन में,अपना जीवन सफल बनाये।।
आशा झा सखी
जबलपुर (मध्यप्रदेश)