डियर काव्यांक्षी
सुप्रभात प्यारी 🥰 अभी अभी नीं द खुल गई अब रोज के समय जग ही जाते है नीं द को कहा याद रहता है आज sunday है जरा डियर और सो लेने में कोई हर्ज नहीं हैं।
चलो अब जग ही गई तो क्यों तुमसे ही गपशप हो जाए। अब तुम्हें तो पता ही है आज का विषय मिला है हर घर तिरंगा जब तिरंगे की हो तो पहला ख्याल देश के वीर सपूतों का आता हैं जिनके बलिदान से आज अपना तिरंगा शान से हर घर लहराता है।
तिन रंगों से मिलकर बना यह तिरंगा देश के बच्चो से लेकर बुजुर्गो तक की आन, बान, शान है हमारे देश का झंडा युही खुले गगन में लहराता रहे हर दिल का ये अरमान है
इसके लिए लाखो स्वतंत्र सेनानियों ने अपना जीवन अर्पित कर दिया और आज भी बॉर्डर पर इसकी सु रक्षा के ख़ातिर देश के नौजवान सिपाही दिन रात तैनात रहते है।
ये उन वीर शहीदो की देन कि आज हम स्वतंत्र भारत की स्वतंत्र हवा में साँस ले रहे है और इस साल देश आजादी के 75 वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है और वीर शहीदों के सम्मान में हर घर तिरंगा अभियान भी चल रहा है
हर घर तिरंगा घर घर तिरंगा
इस तिरंगे के तीन रंगों में
हर मन है रंगा
देश की ये शान है
हर भारतीय का ये अभिमान है
तिरंगे के तीन रंगों में रंगा
सारा हिंदुस्तान हैं
हर घर तिरंगा लहराये
स्वतंत्रता का मधुर मिठास
इन हवाओं मे घुल जाये
हर घर तिरंगा यूँ लहराये
स्वतंत्रता के मायने और
शहीद जवानों के बलिदान को
ना बिसरायें
अब के हर घर तिरंगा यूँ लहराये
चलो काव्यांक्षी अब मैं चलती हूँ फिर मिलने आती हूँ जल्दी ही तब तक अपना ख्याल रखना प्यारी 🥰😘
काव्या