हमारी पहचान , हमारी आन बान शान, हमारी धरोवर, हमारा सम्मान, अमृत महोत्सव की है तैयारी घर घर तिरंगा फहराएंगे बारी बारी दिखा देंगे एकता, अखंडता देशप्रेम में हमने बाजी मारी कवि कौटिल्य
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