हनुमान जी से जुड़े हुए कई प्रसंग बड़े ही प्रसिद्ध हैं। इन ज्यादातर प्रसंगों में उनकी राम भक्ति का जिक्र आता है। भक्त बड़ी ही श्रद्दाभाव के साथ इन्हें सुनते हैं। लेकिन हनुमान जी के व्यक्तिगत जीवन के बारे में बहुत ज्यादा नहीं कहा-सुना गया है। आप जानते होंगे कि हनुमान जी का सुर्वचला नामक स्त्री से विवाह हुआ था। हालांकि हिंदू धर्म में आस्था रखने वालों के बीच हनुमान जी की पत्नी के बारे में बहुत कम चर्चा की गई है। आज हम आपको सुर्वचला के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं। हनुमान जी की सुर्वचला से शादी की कहानी बड़ी ही दिलचस्प है। कहते हैं कि हनुमान जी ने अपनी गृहस्थी बसाने के लिए उनसे शादी नहीं की थी। बल्कि, वह सूर्य देव से वे सारे ज्ञान लेना चाहते थे जो केवल शादीशुदा व्यक्ति को ही दिया जा सकता है।
बता दें कि सुर्वचला सूर्यदेव की पुत्री थीं। वह परम तपस्विनी थीं और उन्होंने आजीवन विवाह ना करने का निर्णय लिया था। हालांकि सूर्यदेव यह नहीं चाहते थे कि उनकी पत्नी आजीवन कुंवारी रहे। इस स्थिति में एक बीच का रास्ता निकला था। दरअसल, हनुमान जी को पूर्ण शिक्षा हासिल करने के लिए विवाह करने का आवश्यकता पड़ी। ऐसे में हनुमान जी ने सुर्वचला से शादी की। इस प्रकार से सूर्यदेव की अपनी पुत्री की शादी कराने की इच्छा भी पूरी हो गई।
कहते हैं कि हनुमान जी और सुर्वचला ने कभी भी दाम्पत्य जीवन नहीं बिताया। बल्कि, ये दोनों ही एक-दूसरे की मदद के लिए विवाह में सहभागी बने थे। हनुमान जी ने जब पूर्ण शिक्षा हासिल कर ली, उसके बाद सुर्वचला पुन: तपस्या में लीन हो गईं। इस प्रकार से सुर्वचला को एक परम तपस्विनी के रूप में याद किया जाता है। सुर्वचला ने सदा ही हनुमान जी के ब्रम्हचर्य का सम्मान किया और उनकी ज्ञान प्राप्ति में मदद की।
हनुमान जी की पत्नी सुर्वचला को कितना जानते हैं आप, पढ़ें उनकी पूरी कहानी