आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव एक आम समस्या बन चुका है। हर किसी के मन में कई तरह के विचार और चिंताएं चलती रहती हैं।
दिनभर के थकान को एक झटके में खोने दोहो गई है रात, अब यार मुझे सोने दोआंखे हुई बंद तो अलग सा एहसास हुआबिस्तर होता आम है, पर उस समय वह खास हुआसपनों के ठेले को मुझे खुद ढोने दोहो गई है रात, अब यार मुझे सोने दोहैं पैसे हराम के, तो यह आपके साथ नहींआती है यह सबको, ऐसी यह बात नहींमैं इसे चाहता हूं, मुझे ईम
तुम कभी कुछ नहीं कर सकते,क्या किया है आज तक !तुम्हारे बच्चों के खर्चे भी हम उठाएं...क्या सुख दिए है,अपने बूढ़े मां-बाप को..!छोटे को देखो...सीखो उससेकुछ..?ठाकुर साहब अपने बेटे पर बेतहाशा चिल्ला रहे थे।ये उनकीआदत में शुमार था...जब भी उनका बड़ा बेटा घर में घुसताउनकी चिल्ल-पों चालू हो जाती...जितना बेइज्
हम सभी दैनिक आधार पर तनाव से निपटते हैं - चाहे वह काम में व्यस्त और अभिभूत होने का तनाव हो, व्यक्तिगत संकटों, यातायात, रिश्तों, स्वास्थ्य, वित्त से निपटने के लिए ... तनाव हमारे जीवन का एक बड़ा हिस्सा हो सकता है।और तनाव के कुछ मजबूत प्रभाव हैं: यह हमारे रिश्तों को कम ख
हममें से अधिकांश लोग अपने जीवन में शांति और सुगमता चाहते हैं - जीवन तनावपूर्ण, अराजक, भारी, विचलित करने वाला, थकावट भरा हो सकता है।हम उस सब से दूर होना चाहते हैं, पागलपन से बाहर निकलें, और अधिक से अधिक शांति की जगह पर पहुंचें।मैं साझा करने जा रहा हूं कि कैसे एक सरल विधि में शांति का जीवन पाएं। एक मि