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हास्य व्यंग्य की किताबें

Comedy-satire books in hindi

हास्य व्यंग्य की सर्वश्रेष्ठ पुस्तकों को पढ़िए Shabd.in पर। हमारे इस संग्रह में पाठकों के लिए हंसी का अनोखा संग्रह है। नए-पुराने मनोरंजक कहानियों के अलावा चुटकुलों का भी ऐसा भंडार है की पाठकों के मन को गुदगुदा दे। यहां विभिन्न विषय, जैसे की__ सामाजिक, राजनीतिक, देश-विदेश जैसे कई मुद्दों पर व्यंग्यात्मक कटाक्ष का भरमार है। तो चलिए सारी परेशानियों को विदा देते हुए मन को हल्का करने के लिए हास्य व्यंग्य के इस बेजोड़ संग्रह पर।
जैसी ईच्छा वैसी भिक्षा–: शौचालय राशि

एक शौचालय राशि कि चाहत रखने वाले आम आदमी कि लघु कथा।

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हास्य-व्यंग्य

हास्य-व्यंग्य पर आधारित लिखे मेरे प्रसंग

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हँसी मोहल्ला

हास्य कहानियाँ

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विचारों की उथल पुथल

विचारो का द्वंद कैसे इंसान पर हावी हो जाता है । किसी को समझे बिना भला बुरा कह जाता है। उसके व्यक्तित्व के बारे में बिना सोचे अनुमान लगा लेता है । जून में गर्मी के दिन थे बहुत बेहाल सूरज ने भी रूप बनाया था विकराल तभी की बात बताता हू एक छोटा सा किस्स

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यामलोककी गद्दी

यमलोक की व्यथा

1 पाठक
1 अध्याय
21 अक्टूबर 2022
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भैंस की दुख भरी कहानी

भैंस की दुख भरी कहानी हास्य व्यंग

0 पाठक
0 अध्याय
27 फरवरी 2022
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केबीसी अल्टीमेट

हास्य का एक रूप यह भी है कि फिल्म या प्रोग्राम की पैरोडी बने जाये, जो अपने तौर पर मूल फिल्म या प्रोग्राम से अलग मनोरंजन करे... तो प्रस्तुत किताब इसी तरह की है जिसमे सिर्फ मनोरंजन के उद्देश्य से कई अलग तरह के प्रसंग लिए गये हैं.. कृपया इसे मनोरंजन के

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आओ चमचागिरी सीखें

देश के सभी ऐसे हुनरमंदो तहे दिल से प्रणाम जो इस गुर में माहिर है.. वे सभी डिग्रीधारी हुनर मंद लोग जो इनके आगे पीछे भी घूमने से कतराते है आदमी जितना हिंसक और जहरीले जानवर से नहीं डरता जितना इन चमचों से डरता है... तो चलिए कुछ गुर आप भी सीख लीजिए शायद क

5 पाठक
2 अध्याय
13 अगस्त 2022
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श्री लाल शुक्ल की व्यंग्यात्मक रचनाएँ

श्रीलाल शुक्ल को लखनऊ जनपद के समकालीन कथा-साहित्य में उद्देश्यपूर्ण व्यंग्य लेखन के लिये विख्यात साहित्यकार माने जाते थे। उन्होंने 1947 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातक परीक्षा पास की। 1949 में राज्य सिविल सेवासे नौकरी शुरू की। 1983 में भारतीय प

28 पाठक
11 अध्याय
15 अगस्त 2022
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यक्ष प्रश्न

इस किताब में हास्य व्यंग्य से संबंधित 30 कहानियां हैं । आज के जमाने में जब आदमी चारों तरफ से परेशान हैं तब उसके होठों को एक मुस्कान देना सबसे पुण्य का काम है । विभिन्न कहानियों के द्वारा यह कार्य करने का प्रयास किया गया है । उम्मीद है कि यह किताब आपक

7 पाठक
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10 अध्याय
7 अप्रैल 2022
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मदारी और बन्दर

रोज की समस्यायों से जूझता आम आदमी और खटमल के तरह खून चूसते सरकारी बाबू...

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बेरहम दिल

बड़े बेरहम होते हैं ये दिल आ जाए किसी पर समझाना हो जाए मुश्किल बड़े बेरहम होते हैं ये दिल

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महंगे ख्वाब - लभ करेजा ऐनी

@त्रिɓհմϖαη सुनो डियर #😘 तुम जहां कहीं भी हो चुपचाप रजाई में पड़ी रहो. बाहर बहुत ठंडी है निकलने की कौनो जरूरत ना है और ना ही तोहरे सोने से कौनो काम रुका हुआ है, समझीं..!! दो के बजाय तीन चाय पी लो लेकिन रजाई से निकलना तभी जब मौसम तनिक सा गरम हो. अगर

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0 अध्याय
2 जनवरी 2022
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Dr रामखिलावन PhD

रामखिलावन एक सीधा साधा गांव का युवक है पर उसने बहुत ही जल्दी पोस्ट ग्रेजुएट पूरी की साथ ही बीएड भी पूरा किया और वही एक सरकारी कॉलेज में प्रोफेसर भी बन गया, उसने इतिहास में PhD भी कर लिया , सब कुछ अच्छा था , पर सबसे बड़ी समस्या थी उसकी शादी ,व

4 पाठक
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37 अध्याय
18 अक्टूबर 2022
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😆 हंसना मना है 😆

जिंदगी की आपाधापी से उपजी अकुलाहट, प्रतिस्पर्धा का कहर, अपनों से बढ़ती दूरियां, संवेदनाओं की सिकुड़ती जमीन, काम के बढ़ते घंटे और महत्वाकांक्षाओं की ऊंची उड़ानों ने हमारी जिंदगी को तनाव से भर दिया है। हालांकि, कोमल भावनाओं की टूटती इन कड़ियों के बीच ख

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गीता की उल्टी ज्ञान गंगा

किसी भी विषय को देखने का लेखिका का एक अलग ही नजरिया है, जिससे हास्य का जन्म तो होता है पर वह सोचने को मजबूर करता है। किसी के माथे पर चिंता की लकीर डालना आसान है, पर मुख पर मुस्कराहट की रेखा खींचना मुश्किल।। मुस्कराकर सोचने को मजबूर होने के लिए पढ़े-

31 पाठक
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17 अध्याय
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 इंसानियत का परिणाम

आज की दुनिया में इंसान को , कोई कदर नहीं, सैतानो को आज कल वसेरा होता है ! रूप रंग भेष भूसा सब रंग अनेक है , बड़े छोटे को कद्र नहीं सब कुछ फेक है , भगवन के भी घर में सैतानो का रेक है , मत पूछो इंसान को कैसे बसेरा होता है !सैतानो ....... संभल संभल क

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16 फरवरी 2022
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भष्ट नेताओ के लिए

देश के खेवनहार तुम्हारी ऐसी - तैसी करेंगे नैया पार तुम्हारी ऐसी- तैसी !! डाकू , चोर, लुटेरे , गद्दारों के वंशज बनते इज्जतदार तुम्हारी ऐसी- तैसी !! प्रजातंत्र के मखमल में पैबंद टाट के कैसे हो सरकार तुम्हारी ऐसी- तैसी !! खून पसीने से सिंचित भारत क

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18 फरवरी 2022
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   😝तु मेरी छीपकली💞

🦎🐊🐦🦎🐊🌺 तेरी ओर मेरी हे          जनमो जनम की प्रित तु मेरी छीपकली          और मै तेरी भिंत 😀🤣🦎🐊🐦 भिंत  = दीवार 😀🔮😀😂🤣🌺😁💗            🌹 तेरी और मेरी जनमो जनम की प्रित सदा रही है चाहै तू दूर रहे या पास🌛 तू मेरी छीपकली ओर मै तैरी भिंत हू मतलब जेसै छिपक

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छोले

किसी फिल्म की कहानी को आगे हास्य के रूप में परोसा जाये तो वों भी कम मनोरंजक नहीं होगी.. प्रस्तुत किताब एक ऐसी ही कल्पना है, जिसमे अलग-अलग कई हास्य-व्यंग्य लिए गये हैं...

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