27 अक्टूबर 2021
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प्रेम है तो श्रृंगार है विरह है वेदना है पर जो भी है सब दिल के करीब है ...💞 मैं और मेरा प्रेमी ही मेरी कलम है, यूँ तो बहुत बड़ी कवियित्री नही हूं, पर प्रेम को अपने काव्य में रखने का शौक पूरा करती हूं। प्रसिद्ध किताबें :- काव्या की काव्यांजली, नारी जीवन दर्पण, काव्यांशी जीवन के रंग, लफ्ज़ों की लहरें, प्रेम डगर, हाल ए दिल......... आशा है रचनाओं में आप जीवन और प्रेम की वास्तविकता को महसूस करेंगे 🙏 काव्या सोनीD
बढिया
1 जनवरी 2022
भाव बहुत सुन्दर बन पड़े है,कँही प्रेमिका वारी जा रही है प्रेमी पे तो कँही डर के रब से जुदा न करने की दुआ करती है।
1 दिसम्बर 2021
अहसास ए सुकून और गुलशन ए हयात. ये सुधार कर लीजिये
24 नवम्बर 2021