- क्या है?
INS चेन्नई मुंबई स्थित माझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड द्वारा ‘परियोजना-15ए’ (Project 15A) के तहत निर्मित ‘निर्देशित मिसाइल विध्वंसक’ (Guided Missile Destroyer) युद्धपोत है। - क्या है परियोजना-15 ए?
परियोजना-15 के तहत निर्मित दिल्ली श्रेणी के पोतों (INS दिल्ली, INS मैसूर तथा INS मुंबई) के अग्रवर्ती एवं परिष्कृत संस्करण के विकास हेतु परियोजना-15ए प्रारंभ की गई थी। सरकार का उद्देश्य भारतीय नौसेना को ऐसे पोतों से लैस करना था जिनमें दिल्ली श्रेणी के पोतों की तुलना में उच्च स्तरीय वायु-रक्षण, पनडुब्बी-रोधी और पोत-रोधी क्षमताएं हों। परियोजना-15ए के तहत तीन पोतों यथा INS कोलकाता, INS कोच्चि एवं INS चेन्नई का निर्माण किया गया है। चूंकि INS कोलकाता इस श्रेणी का पहला एवं मुख्य पोत है इसलिए परियोजना-15ए के तहत निर्मित पोतों को कोलकाता श्रेणी के विध्वंसक पोतों के नाम से भी जाना जाता है। - वर्तमान परिप्रेक्ष्य
- कोलकाता श्रेणी के तीन विध्वंसक पोतों की शृंखला के तीसरे एवं अंतिम पोत INS चेन्नई को 21 नवंबर, 2016 को मुंबई स्थित नौसैनिक पोतगाह में आयोजित एक औपचारिक समारोह में भारतीय नौसेना में शामिल कर लिया गया। उल् लेख नीय है कि इस श्रेणी के पहले पोत INS कोलकाता को 16 अगस्त, 2014 को जबकि दूसरे पोत INS कोच्चि को 30 सितंबर, 2015 को भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था।
- INS चेन्नई : मुख्य विशेषताएं
- INS चेन्नई का नामकरण बंदरगाह शहर (Port City) चेन्नई के नाम पर किया गया है।
- इसे स्वदेश में ही ‘नौसैनिक डिजाइन निदेशालय’ (Directorate of Naval Design) ने डिजाइन किया है।
- 163 मीटर लंबे तथा 17.4 मीटर चौड़े इस पोत की विस्थापन क्षमता 7500 टन है।
- इस पोत में ‘संयुक्त गैस और गैस’ (COGAG : Combined Gas & Gas) प्रणोदन प्रणाली लगी हुई है जो चार शक्तिशाली गैस टर्बाइनों से युक्त है तथा यह 30 नॉट से भी अधिक की गति हासिल कर सकता है।
- यह पोत सतह से सतह तक मार करने वाली सुपरसोनिक ब्रह्मोस मिसाइलों और सतह से हवा में लंबी दूरी तक वार करने में सक्षम बराक-8 मिसाइलों से लैस है।
- इस पोत में पनडुब्बी-रोधी हथियार एवं सेंसर भी लगाए गए हैं जिनमें स्वदेशी रॉकेट लांचर एवं टॉरपीडो लांचर शामिल हैं।
- इस पोत को नाभिकीय, जैविक एवं रासायनिक युद्ध की परिस्थितियों में तैनात किया जा सकता है।
- इस पोत को पश्चिमी नौसैन्य कमान के फ्लैग-ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ के परिचालनात्मक एवं प्रशासनिक नियंत्रण में पश्चिमी बेड़े में तैनात किया जाएगा।
- परियोजना-15बी
- सुरक्षा मामलों पर मंत्रिमंडलीय समिति ने कोलकाता श्रेणी के पोतों के उन्नत संस्करण के विकास को भी मंजूरी प्रदान की है।
- इन पोतों का निर्माण ‘परियोजना-15बी’ (Project-15B) के तहत किया जा रहा है।
- परियोजना-15बी के तहत निर्मित प्रथम निर्देशित मिसाइल विध्वंसक पोत INS विशाखापत्तनम का जलावतरण 20 अप्रैल, 2015 को संपन्न हुआ था।
- जबकि इस श्रेणी के दूसरे पोत INS मोरमुगाओ का जलावतरण 17 सितंबर, 2016 को किया गया है।
- परियोजना-15बी के तहत वर्तमान में मुंबई स्थित माझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड पर चार निर्देशित मिसाइल विध्वंसक पोतों का निर्माण किया जा रहा है।
लेखक-सौरभ मेहरोत्रा