वर्ष 1948 में राजनयिक संबंधों की स्थापना के बाद से ही भारत एवं हंगरी के मध्य घनिष्ठ एवं मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं। वर्ष 1990 के बाद दोनों देशों ने द्विपक्षीय संबंधों को प्रगाढ़ बनाने हेतु विभिन्न समझौते किए जिनमें शामिल हैं- दोहरा कराधान निवारण समझौता, द्विपक्षीय निवेश संरक्षण एवं संवर्धन समझौता, सामाजिक सुरक्षा समझौता आदि। दोनों देशों के मध्य द्विपक्षीय व्यापार वर्ष 2014 में 596 मिलियन यूएस डॉलर जबकि जनवरी-सितंबर, 2015 में द्विपक्षीय व्यापार 440 मिलियन यूएस डॉलर था।
गंगा-डेन्यूब सांस्कृतिक महोत्सव, 2016 - सम-सामयिक घटना चक्र प्रकाशन, Sam Samayik Ghatna Chakraवर्ष 1948 में राजनयिक संबंधों की स्थापना के बाद से ही भारत एवं हंगरी के मध्य घनिष्ठ एवं मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं। वर्ष 1990 के बाद दोनों देशों ने द्विपक्षीय संबंधों को प्रगाढ़ बनाने हेतु विभिन्न समझौते किए जिनमें शामिल हैं- दोहरा कराधान निवारण समझौता, द्विपक्षीय निवेश संरक्षण एवं संवर्धन समझौता, सामाजिक सुरक्षा समझौता आदि। दोनों देशों के मध्य द्विपक्षीय व्यापार वर्ष 2014 में 596 मिलियन यूएस डॉलर जबकि जनवरी-सितंबर, 2015 में द्विपक्षीय व्यापार 440 मिलियन यूएस डॉलर था।भारत एवं हंगरी के मध्य सांस्कृतिक संबंधों को प्रगाढ़ता प्रदान करने वाले प्रमुख व्यक्तियों में शामिल हैं- कसोमा डी कोरोस, ऑरेल स्टीन, एलिजाबेथ सास ब्रूनर, एलिजाबेथ बूनर, रबींद्रनाथ टैगोर, अमृता शेरगिल आदि। वर्ष 2010 में बुडापेस्ट में ‘भारत सांस्कृतिक केंद्र’ की स्थापना की गई जिसका नाम बदल कर अगस्त, 2014 में ‘अमृता शेरगिल सांस्कृतिक केंद्र’ कर दिया गया। हाल ही में हंगरी में ‘गंगा-डेन्यूब सांस्कृतिक महोत्सव, 2016’ का आयोजन किया गया।17-19 जून, 2016 के मध्य हंगरी के नौ शहरों में भारत का ‘गंगा-डेन्यूब सांस्कृतिक महोत्सव, 2016’ का आयोजन किया गया।इस महोत्सव का आयोजन भारतीय दूतावास, अमृता शेरगिल सांस्कृतिक केंद्र एवं ‘आर्ट ऑफ लिविंग’ की स्थानीय शाखाओं द्वारा किया गया।17 जून, 2016 को संस्कृति एवं पर्यटन (स्वतंत्र प्रभार) और नागर विमानन राज्य मंत्री डॉ. महेश शर्मा ने विगाडो थियेटर, बुडापेस्ट में इस महोत्सव का उद्घाटन किया।हंगरी के सांस्कृतिक राज्य मंत्री इस्तवान इग्यार्टो (Istvan Igyarto) समारोह के मुख्य अतिथि थे।डॉ. शर्मा ने 18 जून को ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ और ‘योग पर कार्यशाला’ का भी उद्घाटन किया।तीन दिवसीय महोत्सव में 50 भारतीय कलाकारों और भारतीय कला के स्वरूपों में पारंगत 60 स्थानीय कलाकारों ने भारतीय सांस्कृतिक गहनता को प्रदर्शित किया।भारतीय कलाकार एवं संगठनों में शामिल थे-कथक नृत्यांगना शोभना नारायण, अट्टकलारी सेंटर फॉर मूवमेंट आर्ट्स (कलरीपयट्टु), साध्य छाऊ डांस ग्रुप (मयूरभंज छाऊ नृत्य) आदि।इसके अतिरिक्त भारतीय खाद्य समारोह, लाख की चूड़ी बनाने एवं मेंहदी लगाने की कार्यशाला उद्घाटन समारोह के प्रमुख आकर्षण थे।आर्ट ऑफ लिविंग, वैदिक फाउंडेशन, योगा इन डेलीलाइफ, भक्तानंद आदि संगठनों ने भी ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ और ‘गंगा-डेन्यूब सांस्कृतिक महोत्सव‘ में भाग लिया। लेख क-नीरज ओझाRelated गंगा-डेन्यूब सांस्कृतिक महोत्सव, 2016 - सम-सामयिक घटना चक्र प्रकाशन, Sam Samayik Ghatna Chakra