🌜🌜🌜🌜 जादुई दुनिया 🌛🌛🌛🌛 🌜🌜🌜🌜🌜🌜✍️🌛🌛🌛🌛🌛 उड़ते फिरते निल गगन में , चहक उठता मेरा मन , लहरों पर दौड़ लगाता , प्रफुल्लित हो उठता अंजुमन । कुद जाता ऊंचे शिखर से , नंगें पांव चलता अग्नि पर
छुटपन में मैंने जब पहले बार सर्कस में जादू का खेल देखा तो आंखे खुली की खुली रह गई। कई दिन तक जादूगर की वह छड़ी आँखोँ में घूमती रही। रात को जब सोती तो सपने भी उसी के आते, जिसमें वह कभी किसी चीज को गुम क
बचपन और प्यार की दुनिया होती जादुई दुनिया,एक फूंक में गम को मिटा दे वो खूबसूरत पुड़िया।।
मेरी प्यारी डायरी, प्रणाम, कैसी हो, आशा करती हूं कि अच्छी होगी। सखी, आज इस विषय पर तुमसे बात करनी हैं, वह हैं- "जादुदुनिया"। अक्सर हमारे मन में यह प्रश्न उठता हैं कि क्य
किरदार है अलग-अलग, निभाने है वक्त के साथ।जादुई है यह दुनिया,मनुज तेरे चरित्र तेरे है साथ।।आंखों को चकमा दे ,जो तुम्हें चमत्कार दिखाते हैं।वह सच्चाई नहीं है मनुज, हकीकत वे छुपाते हैं।।लोगों को गुमराह क
लोगो के रिलेशनशिप से ये पता चलता है,कि वो किस तरह के इंसान है । किसी ने ये कहा था —रिश्ते टूटने के वजह ...बड़े झगड़े नहीं होते हैं ।बल्कि ...छोटी - छोटी गलतफहमियां होती हैं , जिनका पता भी नह
कभी - कभी कोई गैर इंसान हमारे साथ कुछ ऐसा कर जाता है . . .जिसकी उम्मीद हम अपने अपनों से भी नहीं किये होते है . . .और कभी - कभी हमारे अपने ही कुछ ऐसा कर जाते हैं . . .जिसकी उम्मीद हम अपने रकिब से भी नह
ये जिंदगी हैं . . . इसमें कभी भी , कुछ भी हो सकता है . . .कभी अपने पराये तो कभी पराये भी अपने से लगते है . . .
ये दुनिया भी जादुई दुनिया से कम नही है जहां इन्सान के कर्मो के खेल से रोज खिलाता है भगवान जैसे एक मदारी अपनी डूगडूगी से जानवर को नचाता है ठीक उसी प्रकार भगवान अपनी जादुई छड़ी से कर्मो के अनुसार किसी को
बचपन में सभी ने अनेकों जादुई कहानियां पढ़ी होंगी लेकिन क्या वास्तविकता के धरातल पर ऐसी कोई जादुई दुनियां का अस्तित्व संभव है? अगर मैं कहूं कि यह संभव है, तो षायद आप मुझे पागल समझेंगे। भविश्य का विज्ञान
सब कुछ साफ आईने जैसा हो रहा था महसूस, शांत सागर की लहरों भांति वो थी कोई अनोखी दुनिया, पवित्र निर्मल जल की भांति शांतचित पहरेदार खड़े थे, आंखों में चमक उनके चेहरे पर मुस्कराहट लिए, स्वर्ण मोती जेव
आज मैं आपको एक ऐसी दुनिया के बारे में बताऊंगी जो हम सब के पास है लेकिन सबकी पर्सनल भी है।इस दुनिया में सिर्फ वही जा पाता है जिसकी ये दुनिया होती है,और उस दुनिया में वही होता है जो हम चाहते हैं।अब आप स