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जैसे गिरती है अंतरिक्ष से कोई मन्नत

24 सितम्बर 2022

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पहन कर नकाब और खुद चाहे बचा लेते है
तीखी धूप से मिली गुनगुनाहट को कहा रोक पाते है

खारे पानी का वो दरिया बहा ले जाते है
आंसुओं के सैलाब में कहां खुशी के पल ठहर पाते है

कहने को काला टीका बुरी नजर से बचाते है
जब वक्त हमारे खिलाफ और हालत बुरे हो 
ये टिके भी बेअसर हो जाते है

जब दिल को बात अधरो पर आती है
मुस्कुराहट बन जो कभी ठहर जाती है

गम बनकर हवा का झोंका आता है
मुस्कान को अपने संग उड़ा ले जाता है

मुस्कुराहटें को सारी कहां बसेरा पाती है
क्या नया गुलशन कोई सजाती है 

या मुस्कुराहटें वो सितारे बन जाती है
मद्धम मद्धम आसमान में झिलमिलाती है

या फिर किसी के अधरों पर फिर सज जाती है
खुशी बन किसी झोली में गिर जाती है
जैसे गिरती है अंतरिक्ष से कोई मन्नत
वो मुस्कुराहट वो खुशी जैसे बन जाती जन्नत
Somya

Somya

Very nice 👌

24 सितम्बर 2022

Sanju Nishad

Sanju Nishad

Very Nice 👌👌💐

24 सितम्बर 2022

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जिंदगी मिल जाए

23 सितम्बर 2022
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सारे जमाने की खुशियां पा लेजिंदगी मिल जाएजो हमें अपना लेखुशनुमा हो हर लम्हा मेराजो तू हां कहेतरसते लबों पर हंसी सज जायेगीबंजर दिल की जमीं परतेरी मुहब्बत की जो रिमझम बूंदे बरसेहसरतों की कलियां&nbs

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जैसे गिरती है अंतरिक्ष से कोई मन्नत

24 सितम्बर 2022
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पहन कर नकाब और खुद चाहे बचा लेते हैतीखी धूप से मिली गुनगुनाहट को कहा रोक पाते हैखारे पानी का वो दरिया बहा ले जाते हैआंसुओं के सैलाब में कहां खुशी के पल ठहर पाते हैकहने को काला टीका बुरी नजर से बचाते ह

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कैसे शब्दों से जताएं

26 सितम्बर 2022
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कैसे शब्दों से जताएंअहसास कैसे ये शब्दों में बताएं मचल रहा है दिल में एक तूफान सा हैजो नजरो से नज़रे तुम मिलाकरपूछ तुम दिल का हालबताना कुछ तो आसान सा होसमझ लो जो कभी इशारा मेराकर लो साथ गंवारा मे

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