- कर्तत्व के पथ पर चलने वाले काटो की पर्वाह कहा करते है काटे उनका रास्ता ज़रूर रोक सकते है परन्तु उसको सदा के लिए अपने रास्ते से हटा नहीं सकते वो कस्ट सह कर और मजबूत होते है और लाखो लोगो को सही मार्ग बताते है विवेका नन्द का कथन है के कस्ट विचलित कर सकता है पर मिटा सही सकता अगर महात्मा गाँधी थोड़े से कस्टो से डर जाते तो आज हम आज़ादी के हवा में सास न ले पाते रानी लक्ष्मीबाई बनने का सपना तो हज़ारो लोग देकते है परन्तु उनके जैसे कस्ट तो सह के दिखाए कोई