जैसा की हम और आप जानते है भाई बहन का प्यार कितना मधुर और प्यारा होता है मगर जब आप ये पढ़ेकी एक बहन भाई को हेअपना पति बना छाती हो तब आप क्या-- सोचेंगे यही ना छी - छी कैसे - कैसेलोग है इस दुनिआ में परन्तु ये सच्चा है एक सच्ची घटना है पुराणों से एक-- बार सूर्य की पुत्री यामी जिसे यमुना भी कहते है वो अपने भाई यम यानि यमराज के साथ यमुना के तट पर बैथी अपने भाई यम से बाते कर रही थी तभी यमी काम आतुर हो कर यम से बोली
यम -- में तुम्हे अपना पति बनाना चाहती हू क्या तुम मेरा पति बनोगे और मुझे सहसंबंद का आनद दोगे
तब यम -- ने उसे दिक्कार ते हुए कहा के शरम्म नहीं आती ऐसी बातै करते हुए मै तुम्हारा भाई हूँ और तुम मैरी सगी बहन हो
इस पर यमी ने कहा - मई सब जानती हू पर मेरा दिल तुम पर आया है मेरी इच्छा पूर्ति करो उसकी इस पिरकार बातै सुनकर याम सोच में पद गया और अपने ईस्ट देव भगवान शिव शंकर को याद करने लगा तब उसे अंतर आत्मा से आवाज आइ की यम कठोर बन और त्रिस्कार कर अपनी बहन का तब यम ने ऐसा ही किया और महा पाप से बच गया कहने का तातपर्य यह है की भाई हो या कोइ और कभी भी एकांत में बाते न करे काम बड़े से बड़ा नीच कर्म्म करा देता है फिर यम ने अपनी बहन को प्रभ्रम्म ज्ञान दिया और वो आने वाले दिनों में सच में प्रभ्रम्म के पत्नी बानी यानि श्री कृष्ण के पटरानी बनी