धरती को जब भी में देखता तो सोचता हू की धरती कितनी सुन्दर और महान है परन्तु हम आज तक ये न जान सके कि धरती पर जीवन है या जीवन धरती पर है या धरती ही जीवन है और आंधी ही इसकी प्रचंड शक्ति हैऔर जल इसकी प्रचंड सकती भी है जो धरती की नसों में दौड़ता है जो धरती का रक्त है और सूर्य धरती के प्राण है और प्रकति के यही तत्व सत्य है में इस ज्ञान के खोज में जुट गया हूँ कि प्रकति कि रचना कैसे हुई है अभी तक में इतना ही जान पाया हूँ के जीवन के धागे पृत्वी जल ऊर्जा वायु व आकाश से गुथे है तभी तो विद्वानों ने कहा है कि धरती और आकाश तत्व एक दूसरे से जुड़े है