वासना के तालाब में गोते लगाने वाले इंसान को ये कहा होस रहता है के वो क्या गलत कर रहा है क्योकि उसकी बुद्धि तो काम वासना ने नस्ट कर दी है जब होस अत है तब तक काफी देर हो चुकी होती है परन्तु यदि वो ज्ञान प्राप्त कर ले तो उसका जीवन फिर से कुंदन बन सकता है परन्तु उसके लिए उसे बहुत कुछखोना पड़ेगा जो वो खोना नहीं चाहता