चाहतों का
चाँद ढला
आरज़ुओं का
सूरज निकला
दिन रात की
पैरहन का
अजीब सौदा है
# संगम वर्मा
22 अक्टूबर 2015
चाहतों का
चाँद ढला
आरज़ुओं का
सूरज निकला
दिन रात की
पैरहन का
अजीब सौदा है
# संगम वर्मा
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सहायक प्राध्यापक, स्नातकोत्तर हिंदी विभाग, सतीश चन्दर धवन राजकीय महाविद्यालय, लुधियाना, पंजाब, ई मेल - sangamve@gmail.com, चलभाष - 094636-03737D
जी आभार आपका
24 अक्टूबर 2015
बहुत खूबसूरत नज़्म !
23 अक्टूबर 2015