क्या क्या कराती है इंसान से लाचारी,
क्यों बढ़ी है हर तरफ इतनी बेकारी,
कोई केंद्र ऐसा नही है जो दे बेकारों को रोजगार,
अगर हो जाये ऐसा तो कोई क्यों होगा लाचार,
रिश्वत देकर किसी को भी काम मिल जायेगा,
मगर जिसे खाने को रोटी नही वो रिश्वत कहाँ से लाएगा,
अमीर और अमीर बनता जा रहा है,
और लाचार सिर्फ सड़को पर आवाज लगा रहा है,
-रश्मि शुक्ला