साहित्य के वृहत सागर में एक ओस की बूंद, जिसके सपने बहुत बड़े हैं और पंख छोटे। छोटे पंखों के साथ अपना आसमान खोज रही हूँ।
प्रकाशित पुस्तकें:
- अभिव्यक्ति या अंतर्द्वंद
- 'राम वही जो सिया मन भाये' D
समाज में कितने लोग हैं जो अपनी भावनाओं को शब्द नहीं दे पाते और मानसिक तनाव का शिकार हो जाते हैं। कुछ ऐसे भी लोग हैं जो अपनी भावनाओं के प्रति मुखर हो जाते हैं और 'तेज' का तमगा पा जाते हैं। ऐसे सभी लोगों की भावनाओं के अंतर्द्वंद को अभिव्यक्त करने का प्रयास है
अभिव्यक्ति या अंतर्द्वंद