माँ, जीवन के मधुर पलों की पुनरावृत्ति
आँचल में अपरिमित नेह सुगन्ध लिए
ममत्व की अमृतधारा
हर पल प्रवाहित करती
जीवन में शक्ति और करुणा लुटाती
साथ न होते हुए भी
सदा अहसास कराती
सपनी स्नेहमयी उपस्थिति का
शत शत नमन तुम्हें है माँ !
4 posts published by purnimakatyayan on June 10, 2016 June 10, 2016 – purnimakatyayan