देख गरीबी अपने लाल की, आखिर मां क्यों रोती हैं...
सब रिश्तों से बढ़कर भैया, मां तो आखिर मां होती हैं...
27 अक्टूबर 2024
देख गरीबी अपने लाल की, आखिर मां क्यों रोती हैं...
सब रिश्तों से बढ़कर भैया, मां तो आखिर मां होती हैं...
बिल्कुल सही बहुत सुंदर लिखा है आपने 👌 आप मेरी कहानी प्रतिउतर और प्यार का प्रतिशोध पर अपनी समीक्षा और लाइक जरूर करें 🙏🙏
27 अक्टूबर 2024