गर्मियों के दिनों में राजस्थान घूमने की बात करें तो आप जरूर हसेंगे कि गर्मी में पहाड़ के बजाय मरुस्थल की बात
करने वाला शख्स शायद बावला है| लेकिन यह बात बिल्कुल दुरुस्त है क्योंकि राजस्थान में भी अरावली पर्वतों की
गोद में एक बेहद लोकप्रिय पहाड़ी शहर ( हिल स्टेशन ) बसा है जिसे राजस्थान के इकलौते हिल स्टेशन का दर्जा
हासिल है |
माउंट आबू गुजरात बॉर्डर के समीप राजस्थान के सिरोही जिले के अंतर्गत आता है | माउंट आबू की सबसे ऊंची पर्वत चोटी है
गुरु शिखर जो समुद्र तल से करीब 1722 मीटर ऊंची है | माउंट आबू को मरुस्थल में नखलिस्तान की संज्ञा भी दी जाती है
क्योंकि यह बहुत सारी नदियों, झीलों, जल प्रपातों और हरे भरे जंगलों से ओतप्रोत है | यहाँ का निकटतम रेलवे स्टेशन है आबू
रोड जो इस पहाड़ी शहर से लगभग 27 किमी 0 दूर है |
माउंट आबू का प्राचीन नाम है अर्बुदांचल या अर्बुदारण्य | यह स्थल वशिष्ठ तथा विश्वामित्र जैसे ऋषियों से जुड़ा रहा है | एक
किवदन्ती भी है कि भगवान शिव के वाहन नंदी का जीवन अर्बुदा नामक एक सर्प ने बचाया था | जहाँ यह हुआ था उसका नाम अर्बुदारण्य पर्वत था जो कालांतर में आबू हो गया | इस कारण इस जगह का नाम माउंट आबू पड़ा | यहाँ के स्थानीय लोगों में
गुर्जर समुदाय के लोग ज्यादा हैं | इसलिए इसे गुर्जरों का घर भी कहा जाता है | गर्मियों में भी यहाँ का अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से अधिक नहीं होता इसलिए यह स्थल घूमने के लिए सर्वथा अनुकूल है |
पर्यटन के आकर्षणों में सबसे प्रमुख है नक्की झील जो बेहद मशहूर है | अन्य आकर्षणों में माउंट आबू वाइल्ड लाइफ सेंचुरी,
अधार देवी टेम्पल (अर्बुदा देवी मंदिर), श्री रघुनाथ जी मंदिर, गुरु शिखर चोटी पर दत्तात्रेय मंदिर, जैन मंदिरों का समूह दिलवाड़ा, अचलेश्वर महादेव मंदिर जो ब्रह्माकुमारी का मुख्यालय है, सन सेट प्वाइंट और अम्बिका माता मंदिर इत्यादि |