हांगकांग चीनी-गणराज्य का एक स्वायत्त-प्रशासकीय क्षेत्र है, जिसकी अपनी पृथक मुद्रा-प्रणाली, प्रवासी-कानून तथा कस्टम एवं न्याय-पद्धति है| यह संसार के महत्वपूर्ण व्यापारिक एवं बड़े बैंकिंग केन्द्रों में से एक है, जहां की विशिष्ट भौगोलिक दशा तथा व्यापारिक एवं राजनैतिक स्थिति के कारण आज इसे “चीन का प्रवेश-द्वार” भी कहा जाता है|
हांगकांग का अर्थ है...सुगन्धित बंदरगाह, जो पूर्व में एक सुगन्धित लकड़ी के भारी उत्पादन के लिये प्रसिद्ध होने के कारण पड़ा है| वास्तव में, हांगकांग चीनी सागर में २३६ द्वीपों का एक समूह है, जिसमें लैंचू नामक द्वीप सबसे बड़ा है| लैंचू लिंक व्यू-प्वाइंट से चुन नामक नदी के ऊपर बने शिन्गमा ब्रिज के शाम का नज़ारा अद्भुत होता है, जो पर्यटकों के मन में बस जाता है| यह संसार का सबसे बड़ा केबिल निर्मित ब्रिज है, जो आधुनिक तकनीक का एक उत्कृष्ट नमूना है| इस पुल से होते हुए एक सुन्दर पहाड़ी पर स्थित नैन व्यू-लिंग नमक पार्क पहुंचा जा सकता है, जहां वर्ष भर खिलने वाले बौहनिया ब्लैकिना, जो यहाँ का राष्ट्रीय पुष्प एवं प्रतीक चिन्ह भी है, देखा जा सकता है| इसका अनुभव आपको नई ऊर्जा से सराबोर कर देगा|
हांगकांग की बहुसंख्यक जनसँख्या बहुमंजिली इमारतों में रहती है| इसी कारण इसे “गगनचुम्बी इमारतों का देश” भी कहा जाता है, जिनमें बैंक आफ चाइना टावर, एच एस बी सी मुख्यालय के इमारत, हांगकांग का अन्तरराष्ट्रीय हवाई-अड्डा एवं १२० मंजिले वाली इमारत प्रमुख है| साथ ही जमीन का ६० फीसदी हिस्सा खुला होने के कारण इसे “एशिया का सबसे अधिक हरियाली वाला शहर” भी कहा जाता है, जहां बिखरी हरी-भरी वादियाँ आपके मन के तार झंकृत कर देती है| यहाँ के अन्य पर्यटन गंतव्यों में समुद्र-तट पर स्थित सिम-शा-सुई डेक नमक एक मनोहारी स्थल है, जहाँ वातानुकूलित स्टीमर में बैठकर समुद्र भ्रमण के आनंद का क्या कहना? इसके आईनेरूपी जल में हांगकांग का विहंगम नज़ारा दिखता है, जो आपकी सुध-बुध खोने के लिए काफी है| जबकि यहाँ के हालीवुड रोड पर आधुनिकतम से लेकर पुरातन कलाकृतियों का सुन्दर संसार बसा हुआ है, जहां की सैर आपको आश्चर्य से सराबोर कर देती है| साथ ही यहाँ स्थित ३०० वर्ष पुराना मान-मो नमक बौद्ध मंदिर एवं नैनयू स्थित बुद्ध की विशाल मूर्ति भी अत्यंत दर्शनीय है, जो यहाँ की विशिष्ट धार्मिक भावना का दर्शन कराती है|
यहाँ चीनी और अंग्रेज़ी भाषा का प्रचलन जोरों पर है,
जिसके कारण यहाँ सार्वभौमिक संस्कृति के सुन्दर समन्वय का दर्शन होता है, जो अद्भुत
है| इसी कारण, इसे “पूर्व और पश्चिम का संगम” भी कहा जाता है| वास्तव में, एक से
बढकर एक पर्यटन स्थलों से युक्त हांगकांग की सैर आपको किसी सपने की दुनिया का दीदार
कराती है| आइये और खो जाइये सपनों की सुनहरी दुनिया “हांगकांग” में|