आज मुझे बेस्ट सेलर प्रतियोगिता मई 2022 के लिए अपनी भूली-बिसरी यादों के पिटारे को पूर्ण कर बड़ी ख़ुशी हो रही है। क्योंकि एक समय था जब इस पुस्तक में अधिकांश संस्मरण देश के विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित होते देखती तो मेरा उत्साह बढ़ जाता और मैं उत्साहित होकर लिखती चली जाती और सोचती कि काश इन्हें मैं एक पुस्तक का रूप दे पाती? लेकिन शब्द-इन मंच का हृदय से आभारी हूँ जो उन्होंने हमें एक ऐसा मंच दिया है, जहाँ कोई भी अपने लिखे को किताब के रूप में देख पाने में समर्थ हो पा रहा है। मेरे जैसे अनगिनत शौकिया तौर पर लिखने वालों को भी कोई मंच देकर उनकी किताबों को प्रकाशित करने का अवसर प्रदान करेगा, ऐसा मैंने कभी सोचा न था। शब्द.इन मंच की 'बेस्ट सेलर प्रतियोगिता' में यह मेरी तीसरी पुस्तक है। इससे पहले 'गरीबी में डॉक्टरी' और 'होंठों पर तैरती मुस्कान' दो कहानी संग्रह में इस मंच में शामिल कर चुकी हूँ, जिसमें 'गरीबी में डॉक्टरी' का प्रकाशन हो चुका है और 'होंठों पर तैरती मुस्कान' का परिणाम आना शेष है।
संस्मरण लिखने का अपना एक अलग ही आनंद है, इसमें जहाँ एक ओर हम अपने मन की बात आसानी से रख पाते हैं, वहीँ दूसरी ओर समाज के लिए भी कुछ न कुछ सन्देश देने में समर्थ रहते हैं। मैं समझती हूँ कि आपको भी मेरे इन संस्मरण को पढ़कर कुछ इस तरह की ही अनुभूति होगी। मैं चाहती हूँ कि मेरे यह संस्मरण अधिक से अधिक जनमानस तक पहुँचे, क्योंकि इन्हें मैंने संवेदना के स्वर, प्रकृति के सानिध्य और आपसी भाई-चारे व धर्म-संस्कृति के विविध रंगों से संजोया है।
मुझे आशा व विश्वास है कि मेरे पाठकगण इन भूली-बिसरी यादों में मेरे साथ गोते लगाते हुए आनन्द और रोमांच का भरपूर अनुभव करेंगे।