27 नवम्बर 2021
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प्रेम है तो श्रृंगार है विरह है वेदना है पर जो भी है सब दिल के करीब है ...💞 मैं और मेरा प्रेमी ही मेरी कलम है, यूँ तो बहुत बड़ी कवियित्री नही हूं, पर प्रेम को अपने काव्य में रखने का शौक पूरा करती हूं। प्रसिद्ध किताबें :- काव्या की काव्यांजली, नारी जीवन दर्पण, काव्यांशी जीवन के रंग, लफ्ज़ों की लहरें, प्रेम डगर, हाल ए दिल......... आशा है रचनाओं में आप जीवन और प्रेम की वास्तविकता को महसूस करेंगे 🙏 काव्या सोनीD
बहुत अच्छा लिखा काव्या जी ।मोबाइल तो जैसे एक बेसिक नीड सी बन चुका है आज । वर्तमान में इसके ज्यादा इस्तेमाल से बचने के लिए डिजिटल डाइटिंग तक की बात भी हो रही । सरलता से आप हर पहलू को बयां करती हैं, बहुत खूब 👌👌💐💐
21 सितम्बर 2022
बहुत सुन्दर।
27 नवम्बर 2021
Very nice dear..
27 नवम्बर 2021