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मुझे मार डालो

27 नवम्बर 2022

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अरविंद की आवाज लगाते ही, अरविंद नाम का लौंडा कमरे के अंदर इंट्री करता है ।
पीछे से वही आवाज लगाने वाला फौजी कमेंट करता है।
 अरे साले- अदब से चल! आदमियों की तरह चल ,लौंडिया की तरह कुल्हे मटका -मटका के क्यों चल रहा है। ठीक से चल।
 अरविंद का अंदर प्रवेश। बाहर लोगों की लंबी कतार खड़ी है। रिक्रूट होने के लिए ,देश के सेवा के लिए अपनी मेडिकल चेकअप कराने के लिए।
इसी तरह एक -एक करके सभी लड़कों को अंदर मेडिकल चेकअप के लिए बुलाया जाता है। और हेल्थ चेकअप के लिए अंदर जाते हैं। कुछ लोगों से बाहर फौजी पर्सनली गुफ्तगू करता है।
फौजी- अरे सालों !ऐसी नौकरी फिर नहीं मिलने की। और अगली बार तुम लोग यहां दिखेगा भी नहीं।
अमन जो एक जवान है । रिक्रूट होने के लिए आया हुआ है ।वह पूछता है -फिर मैं क्या करूं सर?
फौजी- फौजी बनने के लिए आया है ?लौंडिया की तरह क्यों शर्मा रहा है!? या फिर फौजी बनने का है।
अमन पूछता है -चाचा ने यहां भेजा है।  मुझे तो फौजी बनना है ।इसीलिए चाचा ने मुझे यहां भेजा है।
फौजी- फिर कितना रोकड़ा लेकर आया तू?
अमन चौकता है। यह रोकड़ा किस लिए चाहिए सर?
फौजी- कडका आया है ।यह फिर कुछ लेकर भेजा है तेरे चाचा ने?
अमन बोलता है -सर मेरा फिजिकल तो सारा ठीक-ठाक निकला है।
फौजी- तेरा मेडिकल ठीक है नहीं ,ठीक -ठाक कराया गया है ।चंद्रभूषण को तो जानता है?
अमन- हां वह मेरे चाचा जी हैं।
फौजी उसके कान के पास आकर बोलता है- जो होगा तेरा चाचा !मगर तेरे फिट होने में ₹20000 लगेंगे!
अमन चौक ता है-बीस...हजार?
फौजी फिर बोलता -पास करवाने का ।तेरा चाचा बोला ।नौकरी इसे किसी तरह भी लगवानी है। नौकरी नहीं करनी तो कोई बात नहीं। तुझे फेल करवा देता हूं ।मेडिकल फेल।
अमन- फफफ फेल?
फौजी फिर उसके कान के पास आकर बोलता है ।बरोबर सुना तू ।चल कपड़े पहन ले शाम को तैयारी करके आना ।समझ गया। तेरे चाचा को बता देना ।पास कर दिया है।
अमन -नासमझ बनता हुआ पूछता है कैसी तैयारी!?
फौजी फिर बोला- हां रोकड़ा लेता आना पूरे 20000 डॉक्टर साहब को भी अंदर देना मांगता। आज रोकड़ा नहीं  मिलता कल तेरा कलेजा खराब होगा। वजन कम होगा। और तू मेडिकल फेल होगा। देख रहे हो कितने लोग लाइन पर लगे हैं। इस नौकरी के लिए। भेजें में तेरा गुसा कुछ या फिर और भरू कुछ।
अमन कपड़े पहनते हुए ,नई-नई सारा कुछ बात समझ में आ गया। शाम को चाचा खुद आ जाएंगे आपसे मिलने के लिए ।और चाचा के साथ मैं भी आ जाऊंगा ।मगर आज शाम को कैसे होगा ?कल शाम तक का समय दे दो।

फौजी उसके कान पर आकर फुसफुसता हुआ बोलता है -चल दिया तेरे को कल शाम तक का समय । लेकिन याद रख किसी को इस बात का कानो कान खबर नहीं लगनी चाहिए ।यह बात किसी को नहीं पता चलनी चाहिए कि तेरा हो गया है काम।
अमन सिर्फ सिर हिला  वह अपने कपड़े डालता है शरीर में। और जूते पहनकर बाहर निकल आता है।


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रचनाएँ
मुझे मारडालो
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सीमा सुरक्षा में लगे सिपाही को कभी-कभी अपनी हृदय की भी सुननी पड़ती है। कभी-कभी मानवता भी दिखानी पड़ती है । मानता वाली भावना की वजह से सीमा सुरक्षा में तैनात सिपाही धर्म संकट में पड़ जाता है।
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मुझे मारडालो (आमा के मेरे दांव)

26 नवम्बर 2022
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जगह बॉर्डर !बांग्लादेश और हिंदुस्तान का बॉर्डर। करीब रात का तीसरा पहर गुजर रहा था ।एक सिपाही करण सिंह, ठिठुरती रातों में अपने पेट के बल लेटा हुआ बॉर्डर को निगरानी कर राहा है।उसके पानी नजर बॉर्डर

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मुझे मार डालो

27 नवम्बर 2022
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अरविंद की आवाज लगाते ही, अरविंद नाम का लौंडा कमरे के अंदर इंट्री करता है ।पीछे से वही आवाज लगाने वाला फौजी कमेंट करता है। अरे साले- अदब से चल! आदमियों की तरह चल ,लौंडिया की तरह कुल्हे मटका -मटका

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मुझे मार डालो

27 नवम्बर 2022
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रात के यहां बॉर्डर का मौसम यूं ही डरावना सा होता है। कई चीखे सुनाई देती है।उन मां बहनों की चीखे सुनाई देती है जिन्होंने गदर मैं अपना जान खोया ।उन बच्चों की आवाज सुनाई देती है- जिन्हें पाकिस्तानि

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मुझे मारडालो

27 नवम्बर 2022
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तीन चेहरे । तीन औरतें ।और खौफ से बिस्फारित नेत्र। वह मौत भी थम जाए पल भर को। जिंदगी क्या चीज है !बुझी बुझी आंखों में तैरते आंसू ।नमी स्पष्ट दिखती । और आंखों में खौफ के अलावा याचन

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मुझे मार डालो

27 नवम्बर 2022
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स्तब्धता के बाद बहुत क्षीण सी कप कपा की आवाज में ।बंगालन बंगाली में बोलती हैं -दादा आमाके जाईते दो !दादा!! जैसे डर क्रंदन और मजबूरी से मिली जुली आवाज!तीन औरतें जिनमें से एक की उ

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