हर मुश्किल का हल हैं पापा.
कमज़ोरी में संबल हैं पापा.
पापा ने ही संवारा जीवन,
मेरा आज और कल हैं पापा.
मेरा गौरव अभिमान हैं पापा.
ज्ञान दिया, विद्वान हैं पापा.
सभी समस्याओं से जूझे,
सबसे अधिक महान हैं पापा.
शीतलतामय उपवन हैं पापा.
राहतभरी पवन हैं पापा.
पापा से ही है खुशहाली,
मेरा जीवन धन हैं पापा.
कवि विशाल श्रीवास्तव