"दाल रोटी खाओ प्रभु के गुण गाओ "बहुत बहुत वर्षों से ये वाक्य दोहरा कर सो जाने वाले भारतीयों का ये कहना अब नयी और मध्य वय की पीढ़ी को रास नहीं आ रहा है।दाल की वैसे डाल नहीं होती लेकिन ना जाने क्यों फीकी और भाग्य से प्राप्त चीजों की तुलना
आज के समय में नेताओं का बोलबाला इसलिए है कि उनके सामने आम नागरिक के साथ ही प्रशासन के हाथ भी बंधे रहते हैं। किसी भी नेता के मन में कानून या इंसानियत नाम की कोई चीज नहीं है और इस बात को कांग्रेस के एक विधायक ने साबित कर दिया है। अपनी पावर के बल पर कांग्रेस विधायक नितेश
pic credit-anthony bordarao(medium.com)वर्तमान दौर में सोशल मीडिया आम आदमी के जीवन का एक अभिन्न हिस्सा बन गया है।आप चाहे पत्रकार हों चाहे व्यवसायी हों,विद्यार्थी हो अथवा,किसी सरकारी विभाग में नौकरी करने वाले आम कर्मचारी।सोशल मीडिया ने खास से लेकर आम लोगों की ज़िंदगी पर गंभीर प्रभाव डाला है।व्यवसाय,
प्रशासन में पारदर्शिता एवं भ्रष्टाचार से निजात पाने हेतु बक्त बक्त पर भारत एवं अन्य देशों में कानूनों की मांग लगातार होती रही है।प्रशासन में पारदर्शिता एवं भ्रष्टाचार का मुद्दा पूरी दुनिया में हमेशा से ही एक गंभीर मुद्दा रहा है इसी कड़ी में 2005 में सूचना का अधिकार कानून बनाया गया जोकि आम नागरिकों क
दिल्ली का दंगल,दिल्ली का ड्रामा,धरना वाला मुख्यमंत्री जैसे शब्द आजकल सुनने को मिल जाते है मीडिया,नेता,संविधान बिशेषज्ञ सबके अलग अलग विचार हैं परंतु जो मुलभूत विचार है उसको ठेंगा दिखाने की कोशिश जरूर की जा रही यह स्पष्ट है।विशेषज्ञों का यह मानना है की दिल्ली में यह समस्या तब शुरू हुई जब दो अनुभवी
क्या हिंदुत्व खतरे में है?#सनातन धर्म के हिन्दू समाज ने #विश्व को #शांति का पाठ पढ़ाया आज उनको ही हिंसक घोषित किया जा रहा है और #हिदुत्व को #मिटाने का #षडयंत्र चल रहा है ।हिन्दुस्तान में ही हिन्दू पराये होते जा रहे हैं, उनकी कहीं भी सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट ने पिछले दिनों राष्ट्रीय जाँच एजेंसी को लव जिहाद के जांच का आदेश दिया थाऔर तभी से एक बार फिर देश में लव जिहाद का मुद्दा सुर्ख़ियों में हैसुप्रीम कोर्ट ने केरल के एक मामले की सुनवाई करते हुए लव जिहाद के जांच का आदेश दिया थाइस मामले में एक मुस्लिम लड़के ने ए
एक कहावत है कि इंसान जो करता है उसका फल उसे समय आने पर मिलता जरूर है। बस फर्क़ इतना होता है किसी को ये फल जल्दी तो किसी को देर में मिलता है। फिर आप अगर किसी को सता भी रहे हैं तो आपके सामने वो किसी ना किसी रूप में आएगा ही। यहां मैं आपको राजनीति के बारे में बताऊंगी जहां लोग अपना औधा पाने के बाद लोगों
भारत से इतने हिस्से अलग हुए तो बने ये इस्लामिक राष्ट्र- *1378 मेँ भारत से एक हिस्सा अलग हुआ, इस्लामिक राष्ट्र बना -* नाम है इरान. *1761 मेँ भारत से एक हिस्सा अलग हुआ, इस्लामिक राष्ट्र बना -* नाम है अफगानिस्तान. *1947 मेँ भारत से एक हिस्सा अलग हुआ, इस्लामिक राष्ट्र बना -* नाम है पाकिस्तान.*1971 म
बुलंदशहर में गैंगरेप हुआ. मां-बेटी को नेशनल हाईवे से उठाकर गैंगरेप हुआ. पहले पुलिस वाले सोते रहे. 100 नंबर पर 20 मिनट तक किसी ने फोन नहीं उठाया. बाद में जैसे-तैसे एक्शन लिया गया. कुछ आरोपी पकड़े गए. कुछ पुलिसवाले सस्पेंड कर दिए गए. फिर आया नंबर नेताओं के बयानों का.अब चूंकि सपा सरकार में लीचड़ बयान ग
बहुत चर्चा थी स्पेनिश ट्रेन टाल्गो की. स्पेशल प्रोजेक्ट है ये सरकार का. इसके तीसरे फेस वाला ट्रायल मंगलवार को हुआ. ट्रेन फिर से दिल्ली से मुंबई के बीच चलाई गई. ये पहुंची तीन घंटे लेट. वजह बताई गई बारिश.कल शाम को ये ट्रेन चली थी 7 बजकर 55 मिनट पर और आज सवेरे ये 11 बजकर 40 मिनट पर मुंबई पहुंची. यानी 1
‘‘गिलास आधा खाली हैं या आधा भरा हैं’’, यह भारतीय जनता पार्टी के उत्तर प्रदेश के उपाध्यक्ष दयाशंकर द्वारा सुश्री मायावती पर की गई अभद्र, अमर्यादित टिप्पणी व उससे उत्पन्न प्रतिक्रिया व उस पर अगली क्रिया-प्रतिक्रिया पर लगभग सही बैठती हैैं। यह घटना निम्न महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर देश की जम्हूरियत का ध्यान
किसी भी देश की राजनीति उस देश के विकास देशवासियों के हितार्थ होती है. भारत में पहले राजतंत्र था. तमाम राजा अपने प्रभुत्व अपनी शक्ति और पराक्रम से अपने राज्य काविस्तार करते थे.राजाओं की आपसी लड़ाई दुश्मनी के कारण ही भारत गुलाम हो गया.आठ सौ साल गुलामी झेलने के बाद बड़ी त्याग तपस्या और वलिदान के बाद भारत