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प्रतिरोध के प्रतिमान : घरेलू महिला कामगार

प्रतिरोध के प्रतिमान : घरेलू महिला कामगार

डॉ. अजय कुमार साव

19 भाग
2 लोगों ने खरीदा
3 पाठक
27 फरवरी 2023 को पूर्ण की गई
ISBN : 978-93-94582-82-8

घरेलू महिला कामगार कामकाजी या फिर नौकरीपेशा महिलाओं से अलग और अधिक जटिल चुनौतियों के बीच अपने जीवन यथार्थ से जूझती रहती है। स्त्री विमर्श ने घरेलू महिला कामगारों के समुदाय को अभी तक विषय नहीं बनाया है। एक ओर निजी परिवार और समाज की चुनौतियां झेलती हैं और उसके विरुद्ध प्रतिरोध रचती हैं, तो साथ ही मालिक सदस्यों के परिवार में भी संघर्ष और प्रतिरोध के बीच अपने सपने सजाती रहती हैं। इन परिस्थितियों के मूल में परिवार की मालकिन सदस्य एवं घरेलू महिला कामगार दोनों का काम के प्रति गुलामी या दास वाली सोच सक्रिय रहती है। इससे निजात पाने के लिए परिवार घरेलू महिला कामगारों पर निर्भर है, तो इस निर्भरता का पूरा लाभ भी घरेलू महिला कामगार उठाती हैं। इस दौरान इनके संघर्ष, स्वप्न, इनके श्रम एवं यौन शोषण तथा यदा-कदा सांप्रदायिक संदर्भ वर्तमान समय में जटिल समस्याओं के रूप में उभरते रहते हैं। इन्हें विषय बनाकर विमर्श नए आयाम को खोलेगा, तो साथ ही समग्रता को उपलब्ध भी होगा। यही इस कहानी संग्रह की उपलब्धि रहेगी। 

प्रतिरोध के प्रतिमान : घरेलू महिला कामगार

प्रतिरोध के प्रतिमान : घरेलू महिला कामगार

डॉ. अजय कुमार साव

19 भाग
2 लोगों ने खरीदा
3 पाठक
27 फरवरी 2023 को पूर्ण की गई
ISBN : 978-93-94582-82-8

घरेलू महिला कामगार कामकाजी या फिर नौकरीपेशा महिलाओं से अलग और अधिक जटिल चुनौतियों के बीच अपने जीवन यथार्थ से जूझती रहती है। स्त्री विमर्श ने घरेलू महिला कामगारों के समुदाय को अभी तक विषय नहीं बनाया है। एक ओर निजी परिवार और समाज की चुनौतियां झेलती हैं और उसके विरुद्ध प्रतिरोध रचती हैं, तो साथ ही मालिक सदस्यों के परिवार में भी संघर्ष और प्रतिरोध के बीच अपने सपने सजाती रहती हैं। इन परिस्थितियों के मूल में परिवार की मालकिन सदस्य एवं घरेलू महिला कामगार दोनों का काम के प्रति गुलामी या दास वाली सोच सक्रिय रहती है। इससे निजात पाने के लिए परिवार घरेलू महिला कामगारों पर निर्भर है, तो इस निर्भरता का पूरा लाभ भी घरेलू महिला कामगार उठाती हैं। इस दौरान इनके संघर्ष, स्वप्न, इनके श्रम एवं यौन शोषण तथा यदा-कदा सांप्रदायिक संदर्भ वर्तमान समय में जटिल समस्याओं के रूप में उभरते रहते हैं। इन्हें विषय बनाकर विमर्श नए आयाम को खोलेगा, तो साथ ही समग्रता को उपलब्ध भी होगा। यही इस कहानी संग्रह की उपलब्धि रहेगी।

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विशेषज्ञ पब्लिशिंग पैकेज
पुस्तक के भाग
1

प्रतिरोध के प्रतिमान : घरेलू महिला कामगार

31 जनवरी 2023

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2

राधा-अनुराधा भीष्म साहनी

31 जनवरी 2023

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3

क़िस्सा आज का मृदुला गर्ग

31 जनवरी 2023

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4

विदा गीत चंद्रकांता

31 जनवरी 2023

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5

लौट आओ तुम... ! ज़किया ज़ुबैरी

31 जनवरी 2023

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6

उमा-महेश उषा किरण खान

31 जनवरी 2023

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7

नाम में बहुत कुछ रखा है... शोभा सिंह

31 जनवरी 2023

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8

रोशनी के अच्छे दिन क्षमा शर्मा

31 जनवरी 2023

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9

नशा हिरन हरि भटनागर

31 जनवरी 2023

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10

जुड़े हुए हाथ उर्मिला शिरीष

31 जनवरी 2023

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11

मोह, माया और मंडी जयंती रंगनाथन

31 जनवरी 2023

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12

डाउनलोड होते हैं सपनें गीताश्री

31 जनवरी 2023

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13

अब नहीं रुकूंगी ... कविता वर्मा

31 जनवरी 2023

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बड़ी उम्र की औरत सरिता निर्झरा

31 जनवरी 2023

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15

बराबरी का खेल शिल्पी झा

31 जनवरी 2023

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16

लेपोरैला स्‍टीफन ज्‍विग अग्रेजी से अनुवादः अनुराधा महेंद्र

31 जनवरी 2023

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17

फिर मिलना कारी उर्मिला शुक्ल

31 जनवरी 2023

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18

‘बराबाद’.... नहीं आबाद प्रज्ञा रोहिणी

31 जनवरी 2023

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19

ये हौसला प्रियंवरा

31 जनवरी 2023

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