तेरी आँखों के जादू सेतू ख़ुद नहीं है वाकिफ़... ये उसे भी जीना सिखा देती हैंजिसे मरने का शौक़ हो ।teri aakhon ke jadu se tu khud nahin hai vakif... ye use bhi jina sikha deti hain jise marne ka shauk ho ।
दिल के सागर में लहरें उठाया ना करो,ख्वाब बनकर नींद चुराया ना करो,बहुत चोट लगती है मेरे दिल को,तुम ख्वाबो में आ कर यूँ तड़पाया ना करो...।dil ke sagar men laharen uthaya na karokhwab bankar nind churaya na karobahut chot lagti hai mere dil kotum khwabo men a kar yu tadpaya na karo...।
मेरी चाहतें तुमसे अलग कब हैं,दिल की बातें तुमसे छुपी कब हैं । तुम साथ रहो दिल में धड़कन की जगह,फिर ज़िन्दगी को साँसों की ज़रुरत कब है ।meri chahaten tumse alag kab haindil ki baten tumse chhupi kab hain । tum saath raho dil me dhadkan ki jagahfir zindagi ko sanson ki zarurat kab hai ।
मेरे दिल की हर धड़कन तुम्हारे लिए है,मेरी हर दुआ तुम्हारी मुस्कराहट के लिए है । तुम्हारी हर अदा मेरे दिल को चुराने के लिए है,अब तो मेरी जिंदगी तुम्हारे इंतज़ार के लिए है ।।mere dil ki har dhadkan tumhare liye haimeri har dua tumhari muskrahat ke liye hai । tumhari har adaa mere dil ko churane ke liye
कुछ मतलब के लिए ढूँढते हैं मुझको,बिन मतलब जो आए तो क्या बात है,कत्ल कर के तो सब ले जाएँगे दिल मेरा,कोई बातों से ले जाए तो क्या बात है..।kuch matlab ke liye dhundhte hain mujhkobin matlab jo aa to kya baat haikatl kar ke to sab le jayenge dil merakoi baaton se le jaye to kya baat hai..।
गर मेरी चाहतों के मुताबिकज़माने की हर बात होती, तो बस मैं होता..तुम होती..और सारी रात बरसात होती ।gar meri chahaton ke mutabik jamane ki har baat hotito bas main hota..tum hoti.. aur sari rat barsaat hoti ।
मोहब्बत की शमा जला कर तो देखो,जरा दिल की दुनियाँ सजा कर तो देखो,तुम्हें हो ना जाऐ मोहब्बत तो कहना,जरा हमसे नजरें मिलाकर तो देखो।mohabbat ki shama jala kar to dekhojara dil ki duniya saja kar to dekhotumhen ho na jai mohabbat to kahnajara hamse nazren milaakar to dekhoo।
मिली जब भी नजर उनसे,धड़कता है हमारा दिल,पुकारे वो उधर हमको,इधर दम क्यों निकलता है।mili jab bhi najar unsedhadakta hai hamara dilpukare wo udhar hamkoidhar dam kyon nikalta hai।
नया ये दौर है लेकिन,वही किस्से पुरानें हैं,मुहब्बत के जमाने थे,मुहब्बत के जमानें हैं,मेरे गीतों में जो तुमने,सुने यादों के किस्से है,मुहब्बत के तरानें तो,अभी तुमको सुनाने हैं।naya ye daur hai lekinwahi kisse puraane hainmuhabbat ke jamane themuhabbat ke jamane hainmere giton men jo tumnesune yaadon
साँसों की माला में पिरो कररखे हैं तेरी चाहतो के मोती,अब तो तमन्ना यही है कि,बिखरूं तो सिर्फ तेरे आगोश में।sanson ki mala me piro kar rakhe hain teri chahato ke motiab to tamanna yahi hai kibikharun to sirf tere aagosh men।
कुछ बातें हम से सुना करो,कुछ बातें हम से किया करो । मुझे दिल की बात बता दो तुम,होंठ ना अपने सिया करो। जो बात लबों तक ना आए,वो आंखों से कह दिया करो। कुछ बातें कहना मुश्किल है,तुम चहरे से पढ़ लिया करो। जब तनहा-तनहा होते हो,आवाज मुझे तुम दिया करो। हर धड़कन मेरे नाम करो,हर सांस मुझको दिया करो। जो खुशिया
निगाहों के तक़ाज़ेचैन से मरने नहीं देते,यहाँ मंज़र ही ऐसे हैंकि दिल भरने नहीं देते, क़लम मैं तो उठा केजाने कब का रख चुका होता,मगर तुम हो कि क़िस्सामुख़्तसर करने नहीं देते ।nigahon ke takaje chain se marne nahin deteyaha manjar hi aise hain ki dil bharne nahin detekalam main to utha ke jaane kab ka r
ख्वाहिश-ए-ज़िंदगी बसइतनी सी है अब मेरी,कि साथ तेरा हो औरज़िंदगी कभी खत्म न हो ।khwahish-e-zindagi bas itni si hai ab meriki saath tera ho aur jindagi kabhi khatm n ho ।
मेरी आँखों में झाँकने से पहलेजरा सोच लीजिये ऐ हुजूर... जो हमने पलके झुका ली तोकयामत होगी...। और हमने नजरें मिला ली तोमुहब्बत होगी...।meri aakhon me jhakne se pahle jara soch lijiye e hujur... jo hamne palke jhuka li to kayamat hogi...। aur hamne najre mila le to muhabbat hogi...।
मुझे सहल हो गई मंजिलें वोहवा के रुख भी बदल गये, तेरा हाथ, हाथ में आ गयाकि चिराग राह में जल गये ।mujhe sahal ho gai manzilen vo hawa ke rukh bhi badal gayetera hathhath men a gaya ki chirag rah men jal gaye ।
जज़्बात बहक जाते हैं जब तुमसे मिलते हैं,अरमान मचल जाते हैं जब तुमसे मिलते हैं,मिल जाते हैं आँखों से आँखें, हाथों से हाथ,दिल से दिल, रूह से रूह जब तुमसे मिलते हैं।jazbaat bahak jaate hain jab tumse milte hainarman machal jate hain jab tumse milte hainmil jaate hain aakhon se aakhenhathon se hathdil se
मैं तमाम दिन का थका हुआ,तू तमाम शब का जगा हुआ..ज़रा ठहर जा इसी मोड़ पर,तेरे साथ शाम गुज़ार लूँ ।main tamam din ka thaka huatu tamam shab ka jaga hua.. jara thahar ja isi mod partere saath shaam gujaar lun ।
खुशबू की तरह मेरी हर साँस में,प्यार अपना बसाने का वादा करो,रंग जितने तुम्हारी मोहब्बत के हैं,मेरे दिल में सजाने का वादा करो।khushbu ki tarah meri har saas menpyar apna basane ka wada karorang jitne tumhari mohabbat ke hainmere dil me sajane ka wada karo।
आप पहलू में जो बैठें तो संभल कर बैठें,दिल-ए-बेताब को आदत है मचल जाने की।aap pahlu men jo baithen to sambhal kar baithendil-e-betaab ko aadat hai machal jaane ki।
लाखों में इंतिख़ाब के क़ाबिल बना दिया,जिस दिल को तुमने देख लिया दिल बना दिया,पहले कहाँ ये नाज़ थे, ये इश्वा-ओ-अदा,दिल को दुआएँ दो तुम्हें क़ातिल बना दिया।lakhon men intikhaab ke kaabil bana diyajis dil ko tumne dekh liya dil bana diyapahle kaha ye naja theye ishwa-o-adadil ko duaeen do tumhen katil