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सामाजिक की किताबें

Social books in hindi

विभिन्न विषयों पर सामाजिक पुस्तकों को पढ़ें Shabd.in पर। हमारा यह संग्रह समाज के विभिन्न पहलुओं को उजागर करता है। इस संग्रह की मदद से हम पारिवारिक रिश्ते, जात-पात, अमीर-गरीब, दहेज, रंग भेद जैसे कई मुद्दों पर समाज को रौशनी दिखाने का प्रयास करते हैं। इसके अलावा भी भौगोलिक स्थिति के वजह से हाशिये पर रहे समाज की स्थिति पर भी हम समीक्षा देते हैं। तो चलते हैं समाजिक पहलुओं पर चेतना जगाने Shabd.in के साथ।
Kon kiska sath deta hee.......?

Kab kon kiska sath deta hee.. Kashti ke mohafiz hi kashti ko dobuta hee. Bahut goroor tha tumhe in logon par..... Yahi log qatl ka dushmanu ko mashwara deta hee?

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कविताएं मेरी कलम से

ये कविताएं मेरे जीवन दर्शन की यात्रा है जो विभिन्न परिस्थितियों में मुझे एक दार्शनिक के रूप में स्वयं को देखने के लिए मजबूर करती हैं आप भी पढिये मेरे विचार मेरे दर्शन के द्वारा ।

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दोस्त की महफिल..

जिसके साथ खून का सम्बन्ध नहीं होता, फिर भी प्रिय लगे.. *वह है👬दोस्त* जिसके साथ दुनियां भर की बातें करके भी थकान ना लगे .... *वह है👬दोस्त* जिसके साथ छोटी सी बात पर भी खुल कर हंस लेते हैं... *वह है👬

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कविता का जादू

इस पुस्तक में कविताओं का संग्रह किया गया है । कविताओं के द्वारा आपको जीवन से जुड़ी जानकारी प्राप्त होती है। तथा आप कविताओं के द्वारा अपना मनोरंजन भी कर सकते है। व विभिन्न प्रकार की कविताओं से अलग अलग ज्ञान प्राप्त कर सकते है ।

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संदीप  की कलम से।

जयश्रीकृष्ण पाठकगण सुधिजन व मित्रगण। आज मै अपनी पुस्तक "संदीप की कलम से" लेकर आपके बीच उपस्थित हुआ हू। यह मेरी पहली किताब की शक्ल अख्तियार कर रही प्रस्तुति है जो मै अपनी परम आदरणीय माता जी "श्री श्रीमति सुषमा शर्मा जी" को सादर स्नेह के साथ अ

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22 मई 2022
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नियति

इंसान का सोचा कुछ नही होता है ,नियति में जो होना है वो होगा ,

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अंतर्व्यथा

मेरे जीवन के अनुभवों से निर्मित अहसास की दुनिया के कुछ शब्द ,जो गजल के रूप में ढलकर मेरे दिल से फूट पड़े !

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9 मार्च 2022
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भारत के पेड़ और उनसे हमारा लागवा

ये पुस्तक भारतीय भूखंड में पाए जाने वाले पेड़ो के बारे में है और उनसे जुड़ाव से जुड़े कुछ संस्मरण भी सलंग्न है।इस दौर में जब हम अपने वन और वन्य जीवों को खोते जा रहे है।लेखक को लगता है कि पेड़ो के साथ लगाव लगा कर हम उन्हें बचा सकते है और अपनी वन्य सम्पदा

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पावन प्रेम

तू वीर है या वीणा सह जाती है सब पीड़ा करुण तरंगों को सहना है क्या तेरे लिए क्रीडा ? नर देता बांध तुझ पर करुणा के डोर को तू शाह समझ लेती क्यों इस चोर को इस नर को क्यों सुनाती करुणा रूपी गान को जो जरा भी ना देता तरजीह तेरे आन को त

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11 मार्च 2022
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साधु की धुनी "पवित्र विचार"

साधु की धुनी💎"पवित्र विचार" 🌍🔥🔥🔥🌺💥💎💥💥💦🌹        पावन रखियो हे परमेश्वर                (मेंरे) मन चित वाणी विचार ।   पवित्र संत की धुणी मे ज्यो                फरके नही कोई विकार 🔥🙏💎🌍🌱🔥😍🏵💦💥💎                हे परम पिता परमेश्वर आप सदा मुज पर दयाभाव र

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raghu

दिल छू लेने वाली कविताओं और गजलों के लिए.....

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(एकांकी)        बुढ़िया मां...।

एक बूढ़ी मां का दर्द।

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शायरी

ना अर्ज किया है ना फर्ज किया है किसी ने हमें रिजेक्ट किया बाद में उसी ने हमें गूगल पर सर्च किया है अजी हार नहीं मानी हमने एक वक्त पर लोहा भी पिघल जाता है अजीब हार नहीं मानी हमने इस वक्त पर नोहा भी बिगड़ जाता है और हम से मत उलझो शेर सो रहा हूं तब भी

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बढ़ती उम्र का इश्क

छोड़ो ना❤️ ये सफेद बालों की फ़िक्र कोई तो होगा, जो तुम्हारी सिर्फ माथे की बिंदी पर मरता होगा. छोड़ो ना बढ़ते हुए वज़न की फ़िक्र। कोई तो होगा, जो सिर्फ तुम्हारे खूबसूरत दिल पे मरता होगा।। छोड़ो ना ये गालों पे आने वाली सिलवटों की फ़िक्र। कोई तो होगा, जो

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जबरदस्त शायरी

राजा रानी हर कदम पर है बनना है तो इक्का बनो राजा रानी हर कदम पर है बनना है तो इक्का बनो बनना है तो इतना बनो की चाल ही पलट दे सब एक नंबर का है पगली दो नंबर का नहीं कमाते हम अजीत सब एक नंबर का है पगली तो नंबर का नहीं कमाते हम और जाकर कई और लाइन मार्ग

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आध्यात्मिक रचनायें

आध्यात्मिक रचनायें

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10 जनवरी 2022
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प्रवासी मजदूरों का दर्द

कोरोनावायरस के चलते देश में लाक डाउन लगा हुआ है। जिसके चलते अन्य राज्यों में बसे हुए मजदूरों का पलायन हो रहा है। और मजदूर पैदल ही अपने घरों की ओर चल पड़े हैं। इन्हीं मजदूरों पर केंद्रित मेरी ये कविता है।                        बस चले जा रहे हैं। बे

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Aktepan

एकटा मी माझ्यात रमलेला, तन्हाई ची रात आहे.................. जोडीला घोटभर दारू, मी विरहाच्या

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