सर्जिकल स्ट्राइक
---" अरे आज संडे है , क्या प्रोग्राम बना रहे हो ?" ,
घर के सुदूर किसी कोने से बीवी की आवाज सुनाई दी। इसका सीधा -सीधा अर्थ यही था कि उसके मन में कुछ खिचड़ी पक रही थी । मैं अनसुनी कर अखबार के पन्नों के बीच छुप गया। तभी मुख पर मुल्तानी मिट्टी का लेप चढ़ाये ,सिर के बालों को मेंहदी के घोल में छुपाये ,वह मेरे सामने आ धमकी । केमोफ्लाजी की यह कला उसने कब और कहाँ सीखी थी ,पता नहीं। कदाचित उम्रदराज होते -होते नारियों में इस कला का स्वत:विकास होने लगता है। क्या पता डार्विन के विकासवाद के सिद्धांतों में इस पर प्रकाश डाला गया हो ? मैने तो उन्हें पढ़ा नहीं है। सुना है ,वह हमारे पूर्वजों को बंदर बता गये हैं। मेरी बीवी के इस रूप को देख पाते तो शायद कुछ और बता जाते।
मेरे हाथों से अखबार यूँ छीन लिया गया जैसे यू.पी.ए.के हाथों से वर्ष 2014 में सत्ता छीन ली गई थी। मैं भी उन्हीं की तरह निठल्ला बैठा रह गया और कुछ ना कर सका।खैर , खिसयानी मुस्कान चेहरे पर चिपका पूछ ही लिया ,
---"तो फिर क्या प्रोग्राम तय किया है ?"
---" अब बहुत हो गया । बस आज सर्जिकल स्ट्राइक कर ही देनी है ",उसने भी पूरे जोशोखरोश से ऐलान कर दिया ।
मैं चौंका ! जो छिपकली और तिलचट्टों को दुनिया का सबसे खतरनाक जीव समझती आई है , वह नारी आज सर्जिकल स्ट्राइक के लिए कमर कसी बैठी थी। हमें अपने टीवी चैनलों का शुक्रगुजार होना चाहिए कि नारी सशक्तीकरण की दिशा में अमूल्य योगदान कर रहे हैं। उनसे भी बड़ा योगदान तो उन चैनलोँ की बहस में शामिल होने वाले सत्ताधारी पार्टी के प्रवक्ताओं का है। सर्जिकल स्ट्राइक मेड इज़ी या लर्न सर्जिकल स्ट्राइक इन वन ऑवर की तर्ज पर वह जो ग्यान वहाँ बघारते हैं और एंकर सहित सभी को चुप किये रहते हैं ,उसने मेरी बीवी और उस जैसी सभी अबलाओं को असीम साहस और प्रेरणा प्रदान की है। वह भलीभाँति समझ गई हैं कि सभी समस्याएं सर्जिकल स्ट्राइक से दूर हो जाती हैं।
---"वो तो ठीक है । लेकिन करनी कहाँ है ?"
---"और कहाँ ? अपने पड़ौसी के यहाँ ।"
---"...अरे, अरे ..यह मेहरबानी उन पर ही क्योँ ?"
इस पर बीवी ने अपनी फ़ेमस तथाकथित कातिलाना अदा से मुझे घूरा । ये वही अदा थी जिस पर कभी गदहपचीसी के जमाने में हम लट्टू हो गए थे। तब की बात कुछ और थी ,अब एक ही घाट का पानी पीते -पीते वह बेस्वाद सा लगने लगा था ।
---" अरे तुम्हें नहीं पता क्या , यह स्ट्राइक परेशान पड़ौसियों पर ही की जाती है । फिर,.. आज उसकी कामवाली गोता मार गई है और उसका फ्रिज़ भी खराब पड़ा है । परेशानियों का पहाड़ टूट पड़ा है उन पर।"
बीवी इंटैलिजेंस इनपुट पर भरोसा कर रही थी । मुझे नहीं पता था कि वह कितना सटीक है। जो भी हो मुसीबत की घड़ी में पड़ौसी को तंग करना मुझे कुछ अच्छा नहीं लग रहा था।
----"कब चलना है ? "
-----"कहाँ ?"
-----" और कहाँ , सर्जिकल स्ट्राइक पर !"
-----" बस बाथरूम में जा ही रही हूँ । फटाफट तैयार हो जाती हूँ। तुम ड्राई क्लीनिंग कर लो । सबेरे -सबेरे उनके यहाँ पहुँच जायेंगे और नाश्ते से ले कर लंच तक वहीँ टिके रहेंगे ।बड़ा मजा आयेगा ।"
उधर बीवी बाथरूम में घुसी ही थी कि विदेशी सूत्रों से ख़बर मिली कि पडौ़सी के घर में एजेंसी वाले नया रेफ्रिजरेटर उतार रहे हैं। तुरन्त यह ख़बर नहाती हुई बीवी तक पहुँचाना जरूरी था। लेकिन उसने इसे मानने से इनकार कर दिया । गजब तो तब हो गया जब बीवी के मायके वालों ने हमारे घर पर उसके बाथरूम से बाहर आने से पहले ही सर्जिकल स्ट्राइक कर दी । एक बात निश्चित थी कि अब उसका पडौ़सियों को तंग करने का इरादा फिलहाल खटाई में पड़ गया था और मजे की बात यह थी कि वह मायके वालों के सामने बड़ी शिद्दत से पडौ़सी धर्म का माहात्म्य बखान कर रही थी ।
इति.