सूचना - जो समझने के लिये वयस्क हैं, पुराने दर्द से छुटकारा चाहते हैं, केवल उन्हीं के लिये।
*सीने में दर्द*
कहने वाले कहते हैं, सीने में दर्द छिपा है;
पर, यह नहीं कहते, स्वयं ही भर कर रखा है, क्यों ??
सीने में इतना दर्द संभाल के रखा है, क्यों ??
इतनी गहराई में पाल कर रखा है, क्यों ??
घटना तो घट कर बीत चुकी;
और अब, बाहर में दर्द का कोई कारण शेष नहीं;
फिर भी, दर्द को बार बार जीते हैं, क्यों ??
क्या यह दर्द जीवन की गाढ़ी कमाई है ??
जो यतन कर के बड़ी मेहनत से कमाई है ??
कहते हैं, दर्द पीछा नहीं छोड़ता, दर्द ने पकड़ रखा है;
जब कि बाहार दर्द का कोई कारण शेष नहीं है;
फिर भी यह नहीं कहते कि,
हमने ही दर्द को स्वयं जकड़ रखा है, पकड़ रखा है, क्यों ??
उदय पूना