🌿दिनांक :- 11/06/22🌿
🌺सुनों न! दैनन्दिनी,
आज न्यूज़ पेपर में मशहूर कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव का लेख पढ़ रही थी। सचमुच एक एक लाइन में कॉमेडी थी।🤗🤗
उनका एक किस्सा मैं यहां शेयर कर रही हूं उनकी ही अदा में-
अभी पिछले दिनों हमारे मनोहर मामा की शादी की बारात में बड़ी लभेड़ होते होते बची। हुआ यूं था कि जब मामा की शादी में हम मामी को विदा करा कर ले जा रहे थे तो रास्ते में बारातियों के लिए एक ढाबे पर नाश्ता पानी का इंतजाम किया गया था। बस वहां रुकी तो सब ने नाश्ता पानी किया उसके बाद जब बस चली तो मैंने मामी से पूछा नाश्ता किया मामी?
तो उन्होंने घूंघट में ही खोपडा हिला कर जवाब दिया हाँ।
तो मैंने पूछा कचोरी कैसी थी। तो घूंघट के अंदर से जवाब आया कि हमने तो पूरी और सब्जी और पेठा खाया। मुझे शक हो गया क्योंकि नाश्ते में तो कचोरी और इमरती थीं।
तो पता चला जहां बस रुकी थी वहां कोई दूसरी बारात की बस भी रुकी थी और वह इधर-उधर के चक्कर में दुल्हन बदल गई भिया। मैंने उनसे पूछा कि आप की बारात कहां से आई है तो उन्होंने बताया सुनकर मनोहर मामा तो सन्नाटे में आ गए। फिर बस के ड्राइवर से कहा कि तेज भगाओ आगे जाकर चौराहे पर दूसरी बस को रुकवाया और दुल्हन की अदला बदली हुई।
बहुत ही बढ़िया 😂😂
आज बस इतना ही,
कल मिलते हैं .....😊