🌿दिनांक :- 23/06/22🌿
🌺सुनों न! दैनन्दिनी,
छोटे शहरों में रहने का अपना ही मजा है। ज्यादा प्रदूषण नहीं, ज्यादा ट्रैफिक नहीं, ज्यादा भगदड़ नहीं।
बेहद शांत और सुकून भरा होता है यहाँ का जीवन। लेकिन एक तरफ जहाँ छोटे शहरों में रहने के अनगिनत फायदे हैं वहीं कुछ नुकसान भी हैं। उनमें से एक है हायर एजुकेशन के संसाधनों की कमी।
12वीं तक स्कूल और डिग्री कॉलेज तो हर शहर में होता है लेकिन अगर बच्चा कोई टेक्निकल या प्रोफेशनल कोर्स करना चाहे तो उनका अभाव होता है। इसी कारण बड़े शहरों की ओर रुख करना पड़ता है। फिर वहाँ के पढ़ने के साथ रहने, खाने के खर्चे वहन करना पड़ता है। इसके साथ अपने से दूर भेजने पर चिंता रहती है।
लेकिन बेहतर भविष्य के लिए दूर भेजना भी पड़ता है सचमुच यह बेहद दुविधाजनक फैसला रहता है माँ बाप के लिए।
आज बस इतना ही,
कल मिलते हैं....😑