पिछले रविवार को यूपी बोर्ड्स परिक्षाओं के नतीजे सामने आये. 10वीं की परीक्षा में अंजलि वर्मा ने टॉप किया. 12वीं के परीक्षा में रजनीश शुक्ला और आकाश मौर्य ने सबसे अधिक अंक प्राप्त किये.
रिज़ल्ट आने के बाद से ही एक के बाद एक बेजोड़ खु़लासे सामने आ रहे हैं. फ़र्स्टपोस्ट की ख़बर के अनुसार, हिन्दी की परीक्षा में 11 लाख से अधिक छात्र असफ़ल रहे.
अब एक और चिंताजनक और मज़ेदार तथ्य सामने आया है. TOI की ख़बर के अनुसार, राज्य के विभिन्न ज़िलों के लगभग 150 स्कूलों में एक भी छात्र पास न हो सका. 'Sensitive' कहे जाने वाले इन ज़िलों के छात्रों ने Perfect 0 स्कोर किया है.
UPSEB(Uttar Pradesh Secondary Education Board) ने इन स्कूलों से छात्रों की ऐसे Performance का कारण पूछा है. बोर्ड द्वारा जारी किए गए रिकॉर्ड के अनुसार, 98 स्कूलों में 10वीं का और 52 स्कूलों में 12वीं का रिज़ल्ट 0% रहा.
UPSEB की सेक्रेटरी, नीना श्रीवास्तव ने TOI से बातचीत में कहा,
इस साल सरकार ने परिक्षाओं में नकल रोकने के लिए कड़े नियम बनाये. बोर्ड इस मामले की अच्छे से जांच करेगा और विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों से इसका कारण पूछा जायेगा.
150 स्कूलों में सबसे ज़्यादा, गाज़ीपुर के 17 स्कूलों के 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों ने परफ़ेक्ट 0 स्कोर किया है.
छात्राओं ने परीक्षा में बाज़ी मारी, लेकिन इस साल हाईस्कूल(10वीं) में फेल होने वाले छात्रों की संख्या 6.02 प्रतिशत और इंटरमीडिएट में फेल होने वाले छात्रों की संख्या 10.19 प्रतिशत तक बढ़ गई.