वो मेरा इंतज़ार करती है,
चांदनी रातों में,
दिन के उजालों में,
ख़्वाबों ख्यालों में
वो बेकरार रहती है,
वो मेरा इंतज़ार करती है।
रात जो आये तारों भरी ये,
जिक्र करे उसका ही दिल ये
आंखें भी बिन भीगे ना रहती है,
उसके बिन उलझन सी रहती है।
हर शाम मेरी इस जीवन की
उसी का इंतजार करती है,
वो मेरा इंतज़ार करती है।
टिक टिक करता दिन ये बीते,
उसके बिना हम भी ना जीते,
मेरे संग में, मेरा ख़्वाब अधूरा,
उसके बिना तो मैं भी ना पूरा।
अब तो दिल की धड़कन भी,
बस नाम उसी का रटती है।
वो मेरा इंतजार करती है।